हरिद्वार: धर्म संसद में अभद्र भाषा मामले की जांच करेगी 5 सदस्यीय एसआईटी, जानिए क्या है पूरा मामला

हरिद्वार: धर्म संसद में अभद्र भाषा मामले की जांच करेगी 5 सदस्यीय एसआईटी, जानिए क्या है पूरा मामला
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बीते शनिवार को यति नरसिम्हानंद और सिंधु सागर पर भी केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में नई धाराएं भी जोड़ी गई हैं। इस मामले में अब तक 5 लोगों पर केस दर्ज किया जा चुका है।

हरिद्वार में आयोजित 'धर्म संसद' के दौरान दिए गए कथित अभद्र भाषा के मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से इस बात की जानकारी दी गई है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गढ़वाल के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) कर्ण सिंह नागन्याल ने कहा कि हरिद्वार में धर्म संसद अभद्र भाषा मामले की जांच के लिए एक एसपी स्तर के अधिकारी के तहत 5 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

जानकारी के लिए बात दें कि हरिद्वार बीते दिनों आयोजित की धर्म संसद में कथित तौर पर मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया गया था। इस मामले के संबंध में बीते शनिवार को यति नरसिम्हानंद और सिंधु सागर पर भी केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में नई धाराएं भी जोड़ी गई हैं। इस मामले में अब तक 5 लोगों पर केस दर्ज किया जा चुका है। एजेंसी के मुताबिक, इस मामले में धारा 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के अलावा भारतीय दंड संहिता की धारा 295 (पूजा स्थल या पवित्र वस्तु को नुकसान पहुंचाना) को भी एफआईआर में जोड़ा गया है।

हरिद्वार के अंचल अधिकारी शेखर सुयाल ने एक समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा को बताया कि एफआईआर में गाजियाबाद के डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिम्हनंद और साधु सिंधु सागर के नाम जोड़े गए हैं। 16 से 19 दिसंबर तक तीन दिनों तक हरिद्वार के वेद निकेतन धाम में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभागियों द्वारा कथित तौर पर मुसलमानों के खिलाफ हिंसा भड़काने वाले बेहद भड़काऊ भाषण दिए गए थे। प्राथमिकी में दो नए नाम शामिल होने से मामले में अब तक दर्ज लोगों की संख्या पांच हो गई है। जिनके नाम क्रमश: जितेंद्र त्यागी, साध्वी अन्नपूर्णा, धर्मदास, यति नरसिम्हनंद और सिंधु सागर हैं।

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