Coronavirus: महामारी से निपटने के लिए जी-20 देशों ने 5 ट्रिलियन डॉलर के पैकेज का किया ऐलान

Coronavirus: महामारी से निपटने के लिए जी-20 देशों ने 5 ट्रिलियन डॉलर के पैकेज का किया ऐलान
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पीएम मोदी ने बीते कल यानी बुधवार को ट्वीट कर कहा था कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए जी-20 की भूमिका अहम होगी।

दुनियाभर में फैली महामारी के बीच आज जी-20 देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की है। इस जी-20 समिट में निर्णय लिया गया कि कोरोना वायरस (COVID19 Pandemic) के संकट से लड़ने के लिए जी-20 देशों ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए 5 ट्रिलियन डॉलर के पैकेज का ऐलान किया है। इस समिट में पीएम नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल हुए।

पीएम मोदी ने दिया ये सुझाव

मिली जानकारी के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी ने जी-20 वर्चुअल क्रॉन्फ्रेंस का सुझाव दिया था। पीएम मोदी ने बीते कल यानी बुधवार को ट्वीट कर कहा था कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए जी-20 की भूमिका अहम होगी। पीएम मोदी के इस सुझाव को सउदी अरब के किंग मोहम्मद बिन सलमान ने स्वीकार कर लिया था। सऊदी अरब ने ही जी-20 समिट की अध्यक्षता की है।

जी-20 बैठक में इस आर्थिक संकट पर हुई चर्चा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जी-20 मीटिंग में कोरोना वायरस महामारी से पैदा हो रहे हालात और आर्थिक संकट पर बातचीत हुई। इस बैठक में विश्व स्वास्थ्य संगठन और वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। बीते वर्ष अंत में चीन के वुहान से ही कोरोना संक्रमण की शुरूआत हुई थी। इ, बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कई अहम जानकारियां साझा कीं हैं।

जी-20 समिट में ये हुए शामिल

जी-20 समिट में संयुक्त राष्ट्र (यूएन), विश्व बैंक, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ), अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष और आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन जैसे उच्च संगठन भी शामिल हुए। जी-20 में भारत के अलावा, चीन, जर्मनी, अर्जेंटीना, इटली, ब्राजील, आस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, इंडोनेशिया, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं। इनके अलावा इस समिट में आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन), अफ्रीकी संघ, खाड़ी सहयोग परिषद और अफ्रीका के विकास के लिए नई भागीदारी (एनईपीएडी) जैसे क्षेत्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।

भारत 2022 में जी-20 देशों की अगुवाई करेगा

बता दें कि भारत 2022 में जी-20 देशों की अगुवाई करेगा। ऐसे में वर्तमान समय में कोरोना वायरस की चुनौतियों को लेकर जो निर्णय लिया जाएगा उन्हें लागू करने में भारत को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभानी होगी। जी-20 में दुनिया के सबसे प्रभावशाली 20 देश शामिल हैं। इसका गठन 2007-08 के वैश्विक मंदी के बाद किया था।

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