'भारत में मिले नए कोरोना वेरिएंट पर इस वैक्सीन की एक डोज नाकाफी'

भारत में मिले नए कोरोना वेरिएंट पर इस वैक्सीन की एक डोज नाकाफी
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यूके सरकार के द्वारा की गई नई रिसर्च के अनुसार, भारत में पाए गए कोरोना के नए वेरिएंट से मजबूत सुरक्षा देने के लिए कोविड वैक्सीन की 2 डोज लेना बेहद जरूरी है।

भारत में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। कोरोना वायरस से जंग जीतने के लिए पूरे देश में वैक्सीनेशन का कार्य बहुत ही तेजी के साथ किया जा रहा है। लेकिन भारत में मिले नए वेरिएंट पर वैक्सीन की एक डोज काफी नहीं है। वैज्ञानिकों ने ऐसा दावा किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के खिलाफ ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की सिंगल डोज कम प्रभावी है। यूके सरकार ने जो आंकड़े जारी किये हैं, वो इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं।

यूके सरकार के द्वारा की गई नई रिसर्च के अनुसार, भारत में पाए गए कोरोना के नए वेरिएंट से मजबूत सुरक्षा देने के लिए कोविड वैक्सीन की 2 डोज लेना बेहद जरूरी है। खबरों से मिली जानकारी के अनुसार, ब्रिटेन के पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के आंकड़ों के मुताबिक वैक्सीन की 2 डोज लगने के बाद उसने भारत में पाए गए नए कोरोना वेरिएंट B.1.617.2 के खिलाफ 81 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान की है। जबकि दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड के केंट में पहली बार सामने आए कोरोना के नए वेरिएंट B.1.1.7 के खिलाफ 87 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान की है।

जानकारी के अनुसार, कोविड वैक्सीन की एक डोज कोरोना के B.1.617.2 वेरिएंट पर 33 प्रतिशत ही कारगर साबित हुई वहीं B.1.1.7 वेरिएंट के खिलाफ 51 प्रतिशत कारगर साबित हुई। इसी तरह B.1.1.7 वेरिएंट के खिलाफ 51 प्रतिशत कारगर साबित हुई। फाइनेंशियल टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इस वैक्सीन का सिंगल शॉट B.1.1.7 वेरिएंट की तुलना में B.1.617.2 पर 35 प्रतिशत कम सुरक्षा प्रदान करता है। पीएचई ने बायोएनटेक/फाइजर और ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के डेटा से आकलन किया है।

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