कोरोना वैक्सीनेशन के बाद टल जाता है संक्रमण का खतरा, 0.06 प्रतिशत लोगों को ही अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत

कोरोना वैक्सीनेशन के बाद टल जाता है संक्रमण का खतरा, 0.06 प्रतिशत लोगों को ही अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत
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रिसर्च में पाया गया कि कोरोना वैक्सीन लगवा चुके लोगों में कोरोना संक्रमण की संभावना बहुत ही कम थी। वहीं जो संक्रमित हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती करने या मौत जैसी नौबत नहीं आई।

देश में कोरोना की दूसरी लहर (Corona Wave) ने कोहराम मचा रखा है। हर दिन संक्रमण के नये मरीज और मौतों के आंकड़े डराने वाले हैं। ऐसे में (Corona Vaccination) कोरोना वैक्सीन ही एक हथियार है। कोरोना वैक्सीन इस वायरस से मुक्ति दिलाने में कितनी कारगार है। इसकी हाल ही में एक (Research) रिसर्च रिपोर्ट सामने आई है। इसमें दावा किया गया है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले 97 38 प्रतिशत लोग संक्रमण से सुरक्षित रहते हैं। वहीं जो लोग वैक्सीन लगवाने के बाद संक्रमित हुए भी हैं। वो ज्यादातर सही हो गये हैं। महज 0 06 प्रतिशत को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा है।

दरअसल यह रिसर्च रिपोर्ट इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल ने शनिवार को वैक्‍सीन लगने के बाद संक्रमित हुए लोगों पर किए एक अध्ययन (Study) में रखी है। इस रिपोर्ट के अनुसार, रिसर्च में पाया गया कि कोरोना वैक्सीन लगवा चुके लोगों में कोरोना संक्रमण की संभावना बहुत ही कम थी। वहीं जो संक्रमित हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती करने या मौत जैसी नौबत नहीं आई। यह अध्ययन अस्पताल ने उन स्वास्थ्यकर्मियों पर किया है। जिन्हें कोविशील्ड वैक्सीन लगने के बाद पहले 100 दिनों के भीतर फिर से कोविड लक्षण पाये गये थे। कोरोना का टीकाकरण के बाद 97.38 प्रतिशत मरीज़ संक्रमण से सुरक्षित रहे और संक्रमण होने के बाद भी अस्पताल में भर्ती होने के सिर्फ 0.06 फीसद मामले ही दर्ज किए गये। वहीं इस रिसर्च में यह भी पता लगा कि टीका लगने के बाद संक्रमण बहुत ही कम संख्या में होता है।

वहीं अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप के ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर डॉ. अनुपम सिब्बल ने एक एजेंसी को बताया कि 'भारत में टीकाकरण अभियान के बीच, कोविड -19 की दूसरी लहर में कोरोना के मामलों में भारी वृद्धि देखी गई है। टीका लगाने के बाद भी कुछ लोग संक्रमित हो रहे हैं। इसे ब्रेकथ्रू संक्रमण कहा जाता है। यह संक्रमण कुछ लोगों में आंशिक और पूरे टीकाकरण के बाद भी हो सकता है। वहीं स्टडी की बात करें तो यह स्टडी 3235 स्वास्थ्य कर्मियों पर की गई थी। जिसमें पता चला कि 85 मेडिकल स्टाफ कोरोना से संक्रमित हो गये हैं। जबकि इसमें 65 को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज दी गई थी।

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