IIT in Tanzania: तंजानिया में आईआईटी का पहला विदेशी कैंपस खोलने को लेकर दोनों देशों के बीच हुआ समझौता

IIT in Tanzania: भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर (Dr. S. Jaishankar) और राष्ट्रपति डॉ. हुसैन अली म्विनी (Dr. Hussain Ali Mwini) की मौजूदगी में तंजानिया (Tanzania) के जांजीबार (Zanzibar) में आईआईटी कैंपस (IIT Campus) खोले जा रहे हैं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, आईआईटी मद्रास के पहले विदेशी कैंपस को लेकर भारत और तंजानिया के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। जिससे भारत की वैश्विक स्तर पर छवि और कूटनीतिक संबंध मजबूत होंगे। इसके अलावा आईआईटी मद्रास का ग्लोबल फूटप्रिंट भी बढ़ेगा। बीते बुधवार को आयोजित किए गए कार्यक्रम में तंजानिया में भारत के उच्चायुक्त, भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय, आईआईटी मद्रास और तंजानिया के शिक्षा मंत्रालय और वोकेशनल प्रशिक्षण विभाग के प्रतिनिधि शामिल हुए है और विदेश मंत्री एस.जयशंकर बीते बुधवार से तंजानिया की चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं। इसी के तहत उन्होंने जांजीबार में आईआईटी मद्रास के पहले विदेशी कैंपस की शुरुआत करने के कार्यक्रम में शिरकत की है।
भारत की प्रतिबद्धता का प्रमाण: जयशंकर
विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry) ने गुरुवार को बताया कि आईआईटी का कैंपस (IIT Campus) दोनों देशों की पुरानी मित्रता और भारत के अफ्रीका, ग्लोबल साउथ में लोगों के संबंधों को मजबूत बनाने की ओर ध्यान केंद्रित करने के दृष्टिकोण को प्रदर्शित करती है। विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने एक ट्वीट के जरिए इस समारोह की कुछ तस्वीरें ट्विटर पर साझा करते हुए कहा कि जांजीबार में आईआईटी का कैंपस खोलने के कार्यक्रम में शिरकत की है। इस दौरान राष्ट्रपति म्विनी और उनके मंत्रियों की उपस्थिति की सराहना करता हूं। यह ऐतिहासिक कदम ग्लोबल साउथ को लेकर बनी हुई है। भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। विदेश मंत्री ने कहा कि जांजीबार में तंजानिया के विदेश मंत्री के साथ बातचीत हुई। जिसमें रक्षा सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की। राष्ट्रपति म्विनी से मिलकर खुशी हुई है। वह दोनों देशों की साझेदारी को मजबूत बनाने को लेकर समर्पित हैं। राष्ट्रपति के साथ भारतीय नौसेना के जंगी युद्धपोत आईएनएस त्रिशूल के डेक पर आयोजित किए गए एक स्वागत समारोह में शिरकत की है। जांजीबार में त्रिशूल की मौजूदगी भारत के सागर समर्पण का प्रमाण है। वहीं विदेश मंत्री ने भारत सरकार की लाइन ऑफ क्रेडिट (line of credit) द्वारा वित्त पोषित जल आपूर्ति परियोजना का भी दौरा किया है।
उच्च शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण की शुरुआत
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक ट्वीट के जरिए आईआईटी मद्रास के जांजीबार कैंपस (Zanzibar Campus) को लेकर कहा कि यह भारत की उच्च शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण की ऐतिहासिक शुरुआत है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) ने द्विपक्षीय संबंधों और वैश्विक भलाई के लिए ज्ञान को एक बड़ा महत्वपूर्ण तत्व माना है। इसके अलावा पीएम मोदी के साउथ सहयोग और अफ्रीका के लोगों के साथ संबंधों को मजबूत बनाने की अभिव्यक्ति है।
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एनईपी ने तय किए लक्ष्य
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 अंतरराष्ट्रीयकरण, शानदार प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालयों को देश के बाहर कैंपस स्थापित करने की सिफारिश के साथ ही बढ़ावा देती है। भारत और तंजानिया की सामरिक भागीदारी को ध्यान में रखते हुए शिक्षा संबंधी भागीदारी को आगे बढ़ाया गया है। और इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। आईआईटी मद्रास के कैंपस में अक्टूबर 2023 में पाठ्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। तंजानिया में स्थापित आईआईटी का कैंपस विश्व स्तरीय उच्च शिक्षा और शोध संस्थान के रूप में सबके सामने आएगा और इसकी मदद से क्षेत्र में नवाचार और शोध-अनुसंधान को लेकर बनी आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सकेगी।
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