कांग्रेस की जीत ने विपक्ष में भरा दम, ममता के बाद अखिलेश का बड़ा बयान

देश में लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election) होने में तकरीबन एक साल का समय है। ऐसे में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) से मुकाबला करने के लिए फिर से राजनीतिक गलियारे में विपक्षी एकता की चर्चाएं हर तरफ हो रही हैं। विपक्ष को एकजुट करने के लिए कई दिग्गज नेता एक-दूसरे से मुलाकात कर रहे हैं। हालांकि, कांग्रेस (Congress) ने कर्नाटक के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को करारी शिकस्त देकर अपनी मजबूत दावेदारी पेश की है। वहीं, जहां एक तरफ पहले ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने लोकसभा चुनावों में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। वहीं, अब उनके सुर कुछ बदले हुए नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने विपक्षी एकता पर बड़ा बयान दिया है।
अखिलेश ने दी प्रतिक्रिया
अखिलेश यादव ने विपक्षी एकता के मसले पर कहा है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, केसीआर और अलग-अलग राजनीतिक पार्टियां नेतृत्व के मामले को सुलझाने की कोशिश कर रही हैं। साथ ही, इसका हल निकालने के लिए भी सरल मार्ग की तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा कि जहां भी कोई पार्टी मजबूत होगी, उन सभी जगहों पर चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
कांग्रेस के कर्नाटक जीतने के बाद बदले ममता के सुर
कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Election) में कांग्रेस को प्रचंड बहुमत के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के सुर कुछ बदले-बदले नजर आ रहे हैं। जहां बीते कुछ माह पहले उपचुनाव में कांग्रेस (Congress) ने बंगाल की सरदिघी में सत्तारूढ़ टीएमसी (TMC) की एक सीट पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद ममता ने बयान दिया था कि उनकी पार्टी आगामी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में अकेले ही लड़ेगी। इसको विपक्षी एकता के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा था, लेकिन बीते सोमवार को ममता बनर्जी ने कहा कि शुरुआत से ही मैंने कहा था कि संबंधित क्षेत्रों में ताकत रखने वाले दलों को वहां भारतीय जनता पार्टी को कड़ी टक्कर देनी चाहिए।
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उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे- दिल्ली में आम आदमी पार्टी, बिहार में राजद-जदयू, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और तमिलनाडु में द्रमुक-कांग्रेस और पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस। साथ ही, उन्होंने कहा कि हमने कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी का समर्थन किया था, अब उन्हें पश्चिम बंगाल में भी हमारी पार्टी को समर्थन करना होगा। यह सही नहीं है कि कर्नाटक में वे हमारे समर्थन का फायदा उठाएं और पश्चिम बंगाल (West Bengal) में हमारा विरोध करें।
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