एआईसीसी में की गई अब तक की सबसे बड़ी सर्जरी: सोनिया गांधी के नेतृत्व में टीम-राहुल ने ली आकार

हरिभूमि ब्यूरो। नई दिल्ली
अखिल भारतीय कांग्रेस (एआईसीसी)की अब तक की सबसे बड़ी सर्जरी कर दी गई। चिट्ठी-बम फोड़ने वालों के अगुवा बने राज्यसभा में विपक्षी दल के नेता गुलामनबी आजाद को महासचिव पद और उत्तरप्रदेश के प्रभार से हटा दिया गया। उनकी जगह अब तक उत्तरप्रदेश का कामकाज संभाल रहीं महासचिव प्रियंका गांधी को प्रभार दिया गया।
उनके साथ ही उम्रदराज हो रहे महासचिव मोतीलाल वोरा, अंबिका सोनी, मल्लिकार्जुन खड़गे और लुजिन्हो फलेरिया की भी महासचिव पद से विदाई दे दी गई। विभिन्न राज्यों का प्रभार संभाल रहे एआईसीसी प्रभारी आशा कुमारी, अनुग्रह नारायण सिंह, गौरव गोगोई और रामचंद्र खुंटिया को भी चलता कर दिया गया है।
राकांपा से कांग्रेस वापसी के बाद तारिक अनवर संगठन में भी वापसी की बाट जोह रहे थे। उन्हें महासचिव बनाकर केरल और लक्षद्वीप का इंचार्ज बनाया गया। एआईसीसी के मुख्य प्रवक्ता रहे रणदीप सिंह सुरजेवाला की जबरदस्त प्रोन्नति हुई है। उन्हें भी महासचिव के साथ कर्नाटक जैसे बेहद महत्वपूर्ण राज्य की जिम्मेदारी दी गई। इशारा साफ है कि हरियाणा में अब सुरजेवाला की धाक चलेगी। फेरबदल में ये दिखता भी है। सबसे आश्चर्यजनक फेरबदल हरियाणा के प्रभारी का ही हुआ। अब तक जनार्दन द्विवेदी, मोतीलाल वोरा, अंबिका सोनी जैसे कद्दावर नेता दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा के प्रभारी होते थे। मगर अब हरियाणा का प्रभारी युवा नेता विवेक बंसल को दी गई है। इससे भी साफ होता है कि हरियाणा में अब नए नेतृत्व को शीर्ष नेतृत्व खादपानी देगा। मुकुल वासनिक मप्र के इंचार्ज महासचिव होंगे। हरीश रावत को पंजाब, ओमेन चांडी को आंध्र, जितेंद्र सिंह को असम,, अजय माकन राजस्थान और केसी वेणुगोपाल संगठन महासचिव बने रहेंगे। छत्तीसगढ़ का प्रभारी पूर्ववत पीएल पुनिया के पास रहेगा। पुनिया को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्लूसी) में फिर से जगह दी गई है।
जब कि छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री ताम्रध्वज साहू की सीडब्लूसी से विदाई हो गई है। चंडीगढ के पूर्व सांसद रहे पवन बंसल को संगठन का प्रशासनिक प्रभारी दिया गया है। सोनिया गांधी को पत्र लिखने वालों में उप्र के जितिन प्रसाद का नाम भी शुमार था। उन्हें स्थानीय संगठन ने पार्टी से हटाने की मांग भी की थी, मगर उन्हें पश्चिम बंगाल और अंडमान का प्रभारी बनाकर नेतृत्व ने उन पर भरोसाा जताया है। कुल 17 प्रभारी बनाए गए हैं। उनमें देवेंद्र यादव ऐसा नाम है जिन्हें उत्तराखंड का प्रभारी बनाने के साथ सीडब्लूसी में भी जगह दी गई। असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई की सीडबलूसी से छुट्टी हुई तो उनकी जगह जरूर उनके बेटे गौरव गोगोई को एडजस्ट किया गया। सीडब्लूसी के स्थाई आमंत्रित सदस्यों में मप्र के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का नाम पहला है। कुल 26 नेताओं को इसमें जगह दी गई। विशेष आमंत्रित सदस्यों में हरियाणा के दीपेंद्र हुड्डा, कुलदीप बिश्नोई, चिंता मोहन, सचिन राव, सुष्मिता देव, लालजी देसाई, जी संजीवा रेड्डी, नीरज कुंदन और बीवी श्रीनिवास को शामिल किया गया। एआईसीसी में पहले 12 महासचिवव थे इस बार संख्या को घटाकर 9 कर दिया गया। सोनिया गांधी के नेतृत्व में टीम-राहुल आकार ले रही है। सीडब्लूसी में पहले 21 सदस्य थे अब 22 नेताओं को जगह दी गई है। अनुभव और युवा जोश को मिलाकर नए सिरे से टीम-एआईसीसी खड़ी करने की कोशिश है।
पांच सदस्यीय टीम करेगी सोनिया गांधी की मदद
पहली बार एआईसीसी अध्यक्ष की मदद के लिए 5 सदस्यीय समिति की भी घोषणा की गई। सोनिया गांधी ने स्वास्थ्यगत कारणों का हवाला देते हुए गत सीडबलूसी की बैठक में ऐसी टीम बनाने का आग्रह किया था। एके एंटनी, अहमद पटेल, अंबिका सोनी, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और रणदीप सिंह सुरजेवाला को हाईप्रोफाइल कमेटी में जगह दी गई है।
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