Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा आज से शुरू हुई, 'हर हर महादेव' के नारों के साथ श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना

कश्मीर (Kashmir) घाटी में बालटाल और नुनवान आधार शिविरों से 'हर हर महादेव' (Har Har Mahadev) के नारों के बीच दक्षिण कश्मीर हिमालय (south Kashmir Himalayas) में स्थित पवित्र गुफा मंदिर के लिए 43 दिवसीय लंबी अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) आज से शुरू हो गई है। उपायुक्त पीयूष सिंगला (Deputy Commissioner Piyush Singla) ने अनंतनाग जिले के पहलगाम (Pahalgam) में नुनवान आधार शिविर से 2750 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई।
पहलगाम अमरनाथ तीर्थयात्रा का पारंपरिक मार्ग है। इस मार्ग से गुजरने वाले पहले जत्थे के कल तक पवित्र गुफा मंदिर पहुंचने की उम्मीद है। तीर्थयात्रियों का एक और जत्था सोनमर्ग के आधार शिविर बालटाल से पवित्र गुफा के लिए रवाना हुआ। बालटाल से रवाना हुए तीर्थयात्री आज दोपहर पवित्र गुफा पहुंचेंगे और पवित्र गुफा के दर्शन करेंगे।
#WATCH जम्मू-कश्मीर: बालटाल में अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था पवित्र गुफा के रास्ते से रवाना हुआ। pic.twitter.com/hm0bzRyEfw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 30, 2022
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा आज सुबह पवित्र गुफा में पहला अनुष्ठान करेंगे जिसके बाद पवित्र गुफा के द्वार तीर्थयात्रियों के लिए खोल दिए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने गुफा मंदिर में प्राकृतिक रूप से बने बर्फ के शिवलिंग की सुगम तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रबंध किए हैं।
यात्रा में अधिकांश पैदल मार्ग के साथ शीशनाग और पंचतरणी में रात के ठहराव के साथ लगभग तीन दिन लगते हैं। यात्रा तीन साल के अंतराल के बाद धार्मिक उत्साह के साथ आज से शुरू हुई है। इसलिए इस साल तीर्थयात्रियों की सामान्य से अधिक उपस्थिति देखने की उम्मीद है। साल 2019 में यात्रा धारा 370 को निरस्त करने से कुछ दिन पहले बंद कर दी गई थी। तीर्थयात्रा 2020 और 2021 में कोविड-19 महामारी के कारण नहीं हुई थी।
फुलप्रूफ सुरक्षा
यात्रा को घटना रहित बनाए रखने के लिए सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। जम्मू-कश्मीर प्रशासन पवित्र गुफा को पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों पर फुलप्रूफ सुरक्षा मुहैया कराकर श्राइन बोर्ड के प्रयासों को भी बढ़ा रहा है। तीर्थयात्रा के लिए तीन से चार गुना अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ यह सुनिश्चित करने के लिए नए सुरक्षा पिकेट स्थापित किए गए हैं कि डिस्ट्रेक्टिव एलिमेंट तीर्थयात्रा को बाधित न कर सकें। श्राइन बोर्ड ने सभी इच्छुक तीर्थयात्रियों को आधार कार्ड या कोई अन्य बायोमेट्रिक सत्यापित दस्तावेज अपने साथ ले जाने के लिए कहा है।
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