Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था रवाना, LG मनोज सिन्हा ने दिखाई हरी झंडी

Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था रवाना, LG मनोज सिन्हा ने दिखाई हरी झंडी
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Amarnath Yatra 2023 First Batch: पवित्र अमरनाथ यात्रा 2023 का आगाज हो गया है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार सुबह तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

Amarnath Yatra 2023 First Batch: इस साल की अमरनाथ यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। आज, 30 जून शुक्रवार की सुबह उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (LG Manoj Sinha) ने जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। एक जुलाई को वार्षिक अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) शुरू होने से पहले गुरुवार को बड़ी संख्या में तीर्थयात्री (pilgrims) जम्मू के यात्री निवास बेस कैंप पहुंचे। अब ये तीर्थयात्री दक्षिण कश्मीर हिमालय में भगवान शिव के 3,880 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर की तीर्थयात्रा करने के लिए कश्मीर में जुड़वां आधार शिविरों के लिए रवाना होंगे।

यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को भगवतीनगर स्थित आधार शिविर और अन्य सुविधा केंद्रों के बाहर लंबी कतारों में देखा गया। जम्मू शहर के विभिन्न शिविरों में कड़ी सुरक्षा के बीच तीर्थयात्रियों में खासा उत्साह देखने को मिलेगा। शुक्रवार की सुबह तीर्थयात्री कश्मीर घाटी में दो आधार शिविरों, बालटाल और नुनवान के लिए रवाना होंगे, जहां से वे 1 जुलाई को आगे की यात्रा करेंगे। प्रशासन ने जिले के विभिन्न केंद्रों पर तीर्थयात्रियों के लिए तत्काल (on-the-spot) पंजीकरण शुरू कर दिया है। तीर्थयात्रियों की सेवा के लिए लंगर समितियों ने भी तैयारी शुरू कर दी है।

तीर्थयात्रियों को तत्काल पंजीकरण करवाना अनिवार्य

जम्मू के डिप्टी कमिश्नर अवनी लवासा ने कहा कि जिले भर में लगभग 33 आवास केंद्र स्थापित किए गए हैं, जबकि पंजीकरण केंद्रों पर रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टैग जारी किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रियों को उनका तत्काल पंजीकरण टोकन नंबर जम्मू रेलवे स्टेशन से ही मिलेगा। टोकन में पंजीकरण के लिए स्थान और तारीख का उल्लेख किया जाएगा जिसके लिए तीर्थयात्रियों का आधार कार्ड अनिवार्य है। तीर्थयात्रियों को पंजीकरण केंद्र पर ही आरएफआईडी टैग दिया जाएगा। तीर्थयात्रियों के परमिट के साथ यह अनिवार्य है।

अमरनाथ यात्रा का मार्ग

62 दिवसीय तीर्थयात्रा आधिकारिक तौर पर 1 जुलाई को नुनवान-पहलगाम और बालटाल के जुड़वां मार्गों से शुरू होगी। अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग लंबा है, जबकि गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबा बालटाल मार्ग छोटा लेकिन तीव्र है। अमरनाथ यात्रा के लिए 3,500 से अधिक तीर्थयात्री पहले ही जम्मू पहुंच चुके हैं।

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