Amit Shah Arunachal Visit: चीन की नापाक हरकत को भारत की चुनौती, शाह कल करेंगे LAC पर इस खास अभियान की शुरुआत

अरुणाचल प्रदेश में भारत और चीन के बीच अक्सर सीमा विवाद देखने को मिलता है। चीन का हमेशा प्रयास रहता है कि वो भारत के क्षेत्रों पर कब्जा कर सके। भारतीय सेना हर बार चीनी सैनिकों को पटखनी देता है, बावजूद इसके पड़ोसी मुल्क अपनी नापाक साजिशों से बाज नहीं आ रहा है। तवांग विवाद में भी चीनी सैनिकों को मुंह की खानी पड़ी थी। इसके बावजूद चीन ने फिर से भारत से भिड़ने की हिमाकत करनी शुरू कर दी है। उसने हाल में अपने मैप पर अरुणाचल प्रदेश के 11 स्थानों के नाम बदल दिए। ऐसे में भारत ने एक बार फिर से चीन को उसकी औकात दिखाने की ठान ली है। इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कल यानी दस अप्रैल से अरुणाचल प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर जा रहे हैं। इस दौरान शाह चीन को करारा जवाब देंगे। साथ ही, एक बड़े कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे।
यह है केंद्र सरकार की योजना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमित शाह ने शनिवार को कहा कि केंद्र ने 4,800 करोड़ रुपये के वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम को मंजूरी दे दी है। इसके तहत भारत-चीन सीमा से सटे किबिथू में इस प्रोग्राम की शुरुआत की जाएगी। इस योजना में वित्तीय वर्ष 2022-23 से 2025-26 के लिए विशेष तौर पर सड़क संपर्क के लिए 2,500 करोड़ रुपये शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम केंद्र सरकार की प्रायोजित योजना है। इस योजना में अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख राज्यों में उत्तरी सीमा से सटे 19 जिलों के 46 ब्लॉकों में 2,967 गांवों में व्यापक विकास किया जाएगा। इस योजना के तहत पहले चरण में आंध्र प्रदेश में 455 सहित 662 गांवों को चिह्निंत किया गया है।
इन गांवों में होंगी ये सुविधाएं
इस योजना में चुनिंदा गावों के लिए सड़क संपर्क, पेयजल, सौर और पवन ऊर्जा, मोबाइल, बिजली और इंटरनेट कनेक्टिविटी, पर्यटन केंद्र, बहुउद्देशीय केंद्र और स्वास्थ्य देखभाल बुनियादी ढांचा और कल्याण केंद्र शामिल हैं। गृह मंत्री अमित शाह कल यानी 10 अप्रैल को किबिथू में स्वर्ण जयंती सीमा रोशनी कार्यक्रम के तहत 9 सूक्ष्म पनबिजली परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे।
जानें क्यों है ये कार्यक्रम चीन की साजिशों के खिलाफ
चीन अपनी सीमा से सटे भारतीय क्षेत्रों में गांवों की बदहाली का आरोप लगाकर लोगों को भड़काता रहता है। उसका प्रयास रहता है कि अगर वो घुसपैठ करे तो उसे लोगों का भी साथ मिले। हालांकि उसे हर बार मुंह की खानी भी पड़ती है। अब वीवीपी योजना का उद्देश्य चीन की इस साजिश का मुंहतोड़ जवाब है। इस योजना के तहत अब अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे इलाकों का विकास होगा। साथ ही, अरुणाचल के गांवों में रहने वाले लोगों के जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा। इससे लोगों का गांवों से पलायन करने पर रोक लगेगी। यही नहीं, इन इलाकों से लोगों के पलायन की जांच भी की जाएगी। सीमाओं पर चीनी सैनिकों की हरकतों पर रोक लगाने के लिए निगरानी और सुरक्षा भी बढ़ाई जाएगी।
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