Left-wing Extremism: गृह मंत्री अमित शाह ने वामपंथी उग्रवाद पर बुलाई संसदीय बैठक, पढ़िये किस टाइप का है ये Terrorism

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज शाम 5:45 बजे वामपंथी उग्रवाद पर संसदीय पैनल की बैठक बुलाई है। यह बैठक पार्लियामेंट एनेक्सी एक्सटेंशन के समिति कक्ष में होगी। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में वामपंथी उग्रवाद की वर्तमान परिस्थिति पर चर्चा करके इस पर नकेल के लिए अभी तक उठाए गए उपायों की भी समीक्षा की जाएगी। गृह मंत्रालय ने वामपंथी उग्रवाद को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वामपंथी उग्रवाद की हिंसा में 2009 के मुकाबले 77 फीसदी की कमी आई है, जबकि लोगों के मौतों में भी 85 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र सरकार ने वामपंथी उग्रवाद पर नकेल कसने के लिए बीते सालों में कड़े कदम उठाए हैं। इसके कारण से दशकों से खड़े माओवाद के साम्राज्य को ढेर करने में देर नहीं लगी। केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ और झारखंड के बॉर्डर पर हमारे सैनिकों ने माओवादियों को उनके गढ़ से खदेड़ कर वहां स्थायी कैंप बना लिया है। साल 2019 में वामपंथी उग्रवाद की घटनाओं से सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे, जबकि बीते साल 2022 में यह संख्या घटकर सिर्फ 15 रह गई। डिफेंस क्षेत्र द्वारा इन क्षेत्रों में 20 हजार करोड़ रुपये खर्च कर सड़कों का जाल बिछाया है।रिपोर्ट के मुताबिक साल 2010 में वामपंथी उग्रवाद हिंसा के कारण 2213 घटनाएं हुई थी, जबकि उस हिंसा में मरने वाले नागरिकों की संख्या 1005 थी। यह संख्या 2021 में घटकर 147 रह गई है। इस तरह इसमें करीब 85 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। यह संभव हो पाया सैनिकों के योगदान और इन क्षेत्रों में विकास के कारण। वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्रों में 11,600 किलोमीटर लंबी सड़क और 5,000 मोबाइल टावर बनवाए गए हैं। इन क्षेत्रों में विकास के लिए केंद्रीय सहायता 'एससीए' योजना के तहत 3105 करोड़ रुपये दिए गए हैं। उग्रवाद से प्रभावित 47 जिलों में कौशल विकास योजना के अंतर्गत 47 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, 68 कौशल विकास केंद्र, 1258 बैंक शाखाएं, 1348 एटीएम और 22,202 बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट और 4903 डाकघर खोले गए हैं।
क्या होता है वामपंथी उग्रवाद?
वामपंथी उग्रवादी एक ऐसा संगठन है, जो हिंसक क्रांति कर परिवर्तन लाने के लिए खून खराबा करते हैं। यह संगठन लोकतांत्रिक संस्थाओं के खिलाफ काम करते हुए हिंसा का इस्तेमाल करते हैं। ये ऐसे समूह हैं, जो देश के सबसे कम विकसित क्षेत्रों में विकास की प्रक्रिया को रोकने का काम करते हैं। साथ ही, अविकसित लोगों को वर्तमान घटनाओं से अनभिज्ञ कर उन्हें गुमराह करने का काम करते हैं। यह संगठन हिंसा तथा नागरिकों और सुरक्षा बलों की हत्या की अधिकांश घटनाओं के लिए जिम्मेदार हैं। इस संगठन को 1967 में आतंकवादी संगठनों की अनुसूची में शामिल किया गया था।
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