अमित शाह बोले- मैं बचपन से ही भाजपा की विचारधारा से जुड़ा हूं, मेरा सौभाग्य...

अमित शाह बोले- मैं बचपन से ही भाजपा की विचारधारा से जुड़ा हूं, मेरा सौभाग्य...
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कर्नाटक की एक महिला जिसने कार्य किया वह अपना परिचय पत्र देती हैं और आज वो पद्म पुरस्कार से सम्मानित हैं। एक मुस्लिम सज्जन हैं, जिन्होंने लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार किया उन्हें भी पद्म श्री दिया गया।

आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के वेंकटचलम में स्वर्ण भारत ट्रस्ट (Swarna Bharat Trust) की 20वीं वर्षगांठ समारोह (20th anniversary celebrations) में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) शामिल हुए।

इस दौरान अमित शाह ने स्वर्ण भारत ट्रस्ट की 20वीं वर्षगांठ समारोह को संबोधित किया। बीजेपी ट्विटर के मुताबिक, अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि मैं बचपन से ही भाजपा की विचारधारा से जुड़ा हूं और मैंने भाजपा की गतिविधियों को करीब से देखा है।

मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे भी पार्टी का अध्यक्ष बनने का मौका मिला। मैं नि:संकोच कह सकता हूं कि वेकैंया जी अध्यक्ष रहते हुए पार्टी का ग्राफ ऊपर बढ़ता गया। वेंकैया जी अपने कर्तव्यों से सभी राजनीतिक दलों के लिए एक उदाहरण हैं। एक गरीब किसान परिवार में जन्म लेकर, भारत का उपराष्ट्रपति बनना, भाजपा अध्यक्ष बनना, अनेक विभागों में मंत्री बनना और सभी में अपना योगदान देना बहुत बड़ी बात है।

मैं 1981 से सार्वजनिक जीवन में हूं, पद्म पुरस्कारों को मैंने पहले भी देखा है और अब भी देख रहा हूं, गृह मंत्री होने के कारण उस प्रक्रिया को भी नजदीक से देख रहा हूं। पहले ज्यादातर जो दल सत्ता में होते थे उनके प्रभाव क्षेत्र को पद्म पुरस्कार मिलते थे।

मोदी जी ने पद्म पुरस्कारों की प्रक्रिया को ऑनलाइन करके, मेरिट्स पर जिन्होंने जमीन पर काम किया है, भारत को आगे बढ़ाने के लिए, समाज को सुधारने और सुदृढ़ करने के लिए और समाज की दिक्कतों को कम करने के लिए काम किया है, उनकों पद्म पुरस्कार मिलने शुरू हुए हैं।

कर्नाटक की एक महिला जिसने कार्य किया वह अपना परिचय पत्र देती हैं और आज वो पद्म पुरस्कार से सम्मानित हैं। एक मुस्लिम सज्जन हैं, जिन्होंने लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार किया उन्हें भी पद्म श्री दिया गया।

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