Arun Jaitley Death News: अरुण जेटली समेत बीजेपी के 3 दिग्गज नेताओं ने एक साल में दुनिया को कहा अलविदा

भारतीय जनता पार्टी के सबसे वरिष्ठ और पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली का दिल्ली के एम्स अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद 66 साल की उम्र में निधन हो गया। 9 अगस्त को अरुण जेटली को सांस लेने में तकलीफ के बाद एम्स अस्पताल में भर्ती किया गया था। काफी लंबे समय तक वो अस्पताल में रहे। इस दौरान वो लाइव स्पोर्ट सिस्टम पर एक सप्ताह से भर्ती थे।
अरुण जेटली के निधन साथ ही बीते एक साल में भारतीय जनता पार्टी के तीन दिग्गज नेताओं के दुनिया को अलविदा कह दिया है। इस लिस्ट में अरुण जेटली के साथ पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पिछले साल नवंबर में अनंत कुमार का भी निधन हो गया। ये भाजपा पार्टी के वो नेता थे जो अटल युग में भी रहे और मोदी सरकार में रीड् की हड्डी की तरह काम किया। जेटली भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल में मोदी की कैबिनेट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थे। उन्होंने वित्त और रक्षा विभागों को संभाला और अक्सर सरकार के मुख्य संकटमोचन के रूप में कार्य किया।
सुषमा स्वराज ने कहा अलविदा
इसी महीने भाजपा महिला नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का 7 अगस्त की रात को एम्स अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। इसके बाद अगले दिन सुषमा स्वराज का लोधी रोड स्थित शमशाम घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सुषमा को अंतिम विदाई देने के लिए पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, लाल कृष्ण आडवाणी समेत कई तमाम नेता पहुंचे।
उससे पहले उनका शव भाजपा कार्यालय में रखा गया। जहां भाजपा नेताओं समेत आम लोगों ने भी उनको अंतिम विदाई दी थी। उन्होंने अटल वाजपेयी सरकार में भी केंद्र सरकार में अहम भूमिका निभाई थी। इतना नहीं उनकी भाषा वक्ता को हमेशा याद किया जाता है। उसके बाद 2014 में मोदी सरकार आने के बाद उन्हें विदेश मंत्री बनाया गया।
दिल का दौरा पड़ने से पहले एम्स में ही उनकी किडनी ट्रांसप्लांट हुई थी। सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी, 1953 को हरियाणा के अम्बाला कैंट में हुआ। उनके पिता आरएसएस के प्रमुख सदस्य थे। शुरू से ही उनका छुकाव आरएसएस और राजनीति की तरफ रहा। उन्होंने चंडीगढ़ से कानून में डिग्री ली और उसके बाद सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू कर दी। इसके बाद उन्होंने अपना राजनीतिक करियर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के साथ शुरू किया और उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुडकर नहीं देखा।
अनंत कुमार ने कहा दुनिया को अलविदा
वहीं इससे पहले बीते साल 12 नवंबर 2018 में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार का निधन हो गया था। वो कैंसर जैसी बीमारी से पीड़ित थे। वो अपना इलाज करवाने के लिए अमेरिका भी गए थे। इलाक करवाकर वो वापस लौटे लेकिन एक दिन अचानक देर रात तबियत बिगड़ने की वजह से उन्हें बेंगलुरू के एक अस्पताल में भर्ती किया गया।
इलाज के दौरान ही उनका 59 साल की उम्र में निधन हो गया। इस मौके पर पीएम मोदी, अरुण जेटली, अमित शाह समेत कई दिग्गज भाजपाई नेताओं ने अंतिम विदाई दी थी।
मोदी सरकार के दौरान उन्हें दो महत्वपूर्ण मंत्रालय दिए गए थे। रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय और संसदीय कार्यमंत्री का जिम्मा दिया गया था। उनका जन्म बेंगलुरू में 22 जुलाई 1959 को हुआ था। उनकी पढ़ाई एक आर्ट कॉलेज से हुई थी। उसके बाद जेएसएस लॉ कॉलेज से एलएलबी की डिग्री हासिल की।
अरुण जेटली को 9 अगस्त को भर्ती किया गया
बीती 9 अगस्त को पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को एम्स में भर्ती किया गया था। शनिवार सुबह उनकी हेल्थ को लेकर डॉक्टरों ने एक मेडिकल रिपोर्ट जारी की थी। जिसमें उनकी तबीयत बिगड़ने की बात कही गई और 12 बजकर 07 मिनट पर उनका एम्स अस्पताल में निधन हो गया। जहां सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी की शिकायत के बाद उन्हें 9 अगस्त को भर्ती कराया गया था।
जेटली की तबीयत बिगड़ने पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह, राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी, जितेंद्र सिंह और रामविलास पासवान, लालकृष्ण आडवाणी, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, दिल्ली के एल-जी अनिल बैजल, भाजपा की मेनका गांधी और उमा भारती और मायावती ने एम्स अस्पताल जाकर उनकी हालत का जायजा लिया। सितंबर 2014 में लंबे समय तक मधुमेह की स्थिति के कारण जेटली ने बेरिएट्रिक सर्जरी करवाई थी।
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