अरुणाचल प्रदेश: मिराम के पिता का आरोप, चीनी सेना ने उनके बेटे को लातों से मारा, इलेक्ट्रिक शॉक समेत कई यातनाएं दीं

अरुणाचल प्रदेश: मिराम के पिता का आरोप, चीनी सेना ने उनके बेटे को लातों से मारा, इलेक्ट्रिक शॉक समेत कई यातनाएं दीं
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मिराम के पिता ओपांग टैरोन ने कहा कि उनका बेटा मानसिक रूप से थका हुआ था, क्योंकि पूरी घटना ने उसे डरा दिया था। मिराम के पिता ओपांग ने आरोप लगाया कि चीनी सेना ने उनके बेटे को कई यातनाएं दीं।

अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) से चीनी सेना (Chinese Army) द्वारा कथित तौर पर अगवा किए गए भारतीय नाबिलग मिराम तारोन (Miram Taron) को उसके परिवार को सौंप दिया गया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को इस बात की जानकरी दी है। जिला उपायुक्त शाश्वत सौरभ ने बताया कि भारतीय सेना (Indian Army) ने सोमवार शाम अपर सियांग जिले के तूतिंग में आयोजित एक समारोह में मिराम तारोन को उसके माता-पिता को सौंप दिया।

घर लौटने पर मिराम तारोन का स्थानीय प्रशासन और पंचायत नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। चीनी सेना ने मिराम को 27 जनवरी को अंजाव जिले के किबिथू में वाचा-दमई संपर्क बिंदु पर भारतीय सेना को सौंप दिया, जहां मिराम ने क्वारंटाइन और कानूनी औपचारिकताएं पूरी कीं।

मिराम के पिता ओपांग टैरोन ने कहा कि उनका बेटा मानसिक रूप से थका हुआ था, क्योंकि पूरी घटना ने उसे डरा दिया था। मिराम के पिता ओपांग ने आरोप लगाया कि चीनी सेना ने उनके बेटे को कई यातनाएं दीं। उसे ज्यादातर समय आंखों पर पट्टी बांध कर रखा गया। उसके हाथ भी बंधे रहे। वहां पर चीनी अधिकारियों ने उसे लातों से पीटा। यहां तक कि मिराम तारोन को इलेक्ट्रॉनिक शॉक भी दिए गए।

चीनी सैनिकों ने मिराम तारोन को किया था अगवा

गौरतलब है कि इस महीने 18 जनवरी को अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास से चीनी सैनिकों ने कथित तौर पर मिराम तारोन को अगवा कर लिया था। लड़के के पिता ओपांग टैरोन ने उस समय कहा था कि मिराम तारोन को घर लाने पर पूरे गांव (ज़िदो) द्वारा उसका स्वागत किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि बेटे के लापता होने से उनकी पत्नी सदमे में चली गई थी।

मिराम तारोन के पिता ने बताया था कि यह घटना तब हुई थी जब वह और उसका दोस्त जॉनी येइंग औषधीय (जड़ी-बूटियों) को खोदने और इकट्ठा करने के लिए एलएसी के पास एक जंगल में गए थे। तभी चीनी सैनिकों ने उन्हें पकड़ लिया था। 19 जनवरी को जॉनी ने स्थानीय अधिकारियों को बताया था कि वह चीनी सैनिकों के चंगुल से भागने में कामयाब हो गया।

लेकिन मिराम को चीनी सैनिकों ने पकड़ लिया। मिराम तारोन और जॉनी येइंग उसी गांव के रहने वाले हैं, जहां से करीब 35 किलोमीटर दूर पूर्व का कथित तौर पर अपहरण किया गया था। अरुणाचल प्रदेश के भाजपा सांसद तपीर गाओ ने 19 जनवरी को अपर सियांग किशोर के अपहरण के बारे में ट्वीट किया था और उसकी सुरक्षित वापसी की मांग की थी।

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