Politics: टीपू एक्सप्रेस का नाम बदलने पर भड़के ओवैसी, बोले- बीजेपी टीपू की विरासत मिटा नहीं पाएगी, अमित मालवीय का पलटवार

मैसूरु-बेंगलुरू इंटरसिटी एक्सप्रेस का नाम टीपू सुपरफास्ट एक्सप्रेस (Tipu Superfast Express) से बदलकर वोडेयार एक्सप्रेस (Wodeyar Express) किए जाने के बाद सियासत (Politics) तेज हो गई है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने इसे लेकर नाराजगी जताते हुए बीजेपी पर बड़ा हमला (Attack On BJP) बोला है। उनका कहना है कि बीजेपी कभी भी टीपू सुल्तान (Tipu Sultan) की विरासत को मिटा नहीं पाएगी। उधर, बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya) ने ओवैसी पर पलटवार किया है। कहा कि टीपू कोई स्वतंत्रता सेनानी नहीं था बल्कि फ्रांसीसियों की मदद ले रहा था, जो अंग्रेजों से कम औपनिवेशिक नहीं थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने टीपू सुपरफास्ट का नाम वोडेयार एक्सप्रेस किए जाने पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि टीपू सुपरफास्ट का नाम बदलकर वोडेयार एक्सप्रेस कर दिया गया है। अगर यह नाम देना था तो किसी और ट्रेन का नाम बदल देते। उन्होंने कहा कि जब संविधान बनाने वालों ने संविधान की पहली किताब में टीपू सुल्तान की फोटो डाली तो भाजपा को उनसे नफरत क्यों है?
उन्होंने कहा कि जब तक टीपू जिंदा था, उसने अंग्रेजों से 3 जंग लड़ी और उनसे लड़ते-लड़ते अपनी जान गंवा दी। टीपू जब तक जिंदा थे, तब अंग्रेज उनसे डरते थे। आज भाजपा टीपू से डरती है। अगर ऐसा नहीं था तो उस नाम पर दूसरी ट्रेन निकालते। उन्होंने कहा कि भाजपा अंग्रेजों की गुलामी से भारत को आजादी दिलाने के लिए जान देने वाले टीपू की तौहीन कर रही है। उन्होंने कहा कि टीपू सुल्तान ने बीजेपी को नाराज कर दिया क्योंकि उन्होंने उनके ब्रिटिश आकाओं के खिलाफ तीन युद्ध छेड़े थे। बीजेपी गुलाम भारत को आजादी दिलाने के लिए जान देने वाले टीपू की तौहीन कर रही है। ओवैसी ने कहा कि बीजेपी कभी टीपू की विरासत को मिटा नहीं पाएगी।
अमित मालवीय ने किया पलटवार
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ओवैसी के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी टीपू की विरासत को मिटाना नहीं चाहती, लेकिन चाहते हैं कि उनकी असली विरासत लोगों को पता चले। उन्होंने कहा कि टीपू एक बर्बर था, जिसने अत्याचार किया। दीवाली पर मंडियन आयंगर के लोगों को भी सैकड़ों की संख्या में फांसी दी। उनके वंशज आज तक त्योहार नहीं मनाते हैं।
उन्होंने कहा कि टीपू ने असंख्य मंदिर और चर्चा तोड़े। उनकी तलवार पर काफिरों के खिलाफ जिहाद शुरू करने का शिलालेख था। उन्होंने कहा कि टीपू कोई स्वतंत्रता सेनानी नहीं था बल्कि फ्रांसीसियों की मदद ले रहा था, जो अंग्रेजों से कम औपनिवेशिक नहीं थे। उन्होंने ओवैसी पर भी सीधा हमला बोला और कहा किए क ऐसे व्यक्ति का ट्वीट, जिसके राजनीतिक पूर्वज रजाकार थे, जिन्होंने हैदराबाद में जातीय रूप से हिंदुओं का सफाया किया और उनका नरसंहार किया, काफी समृद्ध है!
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