असम में डिटेंशन सेंटरों को अब कहा जाएगा ट्रांजिट कैंप, जानिये फर्क

असम में अवैध रूप से आने वाले विदेशियों को रखने के लिए बनाए गए डिटेंशन सेंटर्स को अब ट्रांजिट कैंप कहा जाएगा। असम सरकार ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसे 17 जून 2009 को जारी नोटिफिकेशन का आंशिक संशोधन बताया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक असम में गोलपारा, कोकराझार, तेजपुर, जोरहाट, डिब्रूगढ़ और सिलचर में जिला जेलों के अंदर छह डिटेंशन सेंटर बनाए गए हैं, जिसमें दोषी विदेशियों और घोषित विदेशियों को रखा जाता है। असम सरकार ने 2009 में अस्थायी रूप से इन्हें अधिसूचित किया था।
Assam government has said that detention centres, which house 'foreigners' in Assam, will now be called 'Transit camps'. pic.twitter.com/D675HlZLkC
— ANI (@ANI) August 19, 2021
असम सरकार की ओर से कहा गया है कि छह डिटेंशन सेंटरों में 181 बंदी हैं। इनमें 120 बंदी दोषी विदेशी हैं, जबकि बाकी के 61 घोषित विदेशी हैं। घोषित विदेशी वह होता है, जिसे अवैध रूप से भारत में प्रवेश के लिए अदालत की ओर से दोषी करार दिया गया हो। वहीं घोषित विदेशी उसे कहा जाता है, जो कि भारतीय नागरिक माना गया हो, लेकिन बाद में विदेशी ट्रिब्यूनल द्वारा उसे विदेशी घोषित कर दिया गया हो।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS