सीएम हिमंत बिस्वा बोले- हम 20-25 बच्चे पैदा करने को तैयार, खर्चा उठाए अजमल... पढ़िये पूरा विवाद

सीएम हिमंत बिस्वा बोले- हम 20-25 बच्चे पैदा करने को तैयार, खर्चा उठाए अजमल... पढ़िये पूरा विवाद
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असम के सीएम हिमंत बिस्वा ने सांसद बदरुद्दीन अजमल पर कड़ा निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग मुस्लिमों की प्रगति नहीं देखना चाहते। हम सबका साथ सबका विकास चाहते हैं। उन्होंने अजमल के पूर्व में दिए बयान को लेकर भी तीखा प्रहार किया। पढ़िये रिपोर्ट...

असम के सांसद और AIUDF अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल की ओर से हिंदू महिलाओं को मुस्लिमों की तरह कम उम्र में शादी करके अधिक बच्चे पैदा करने के आपत्तिजनक बयान को लेकर राज्य के सीएम हिमंत बिस्वा ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि हिंदू एक से ज्यादा शादी करके 20-25 बच्चे पैदा कर सकते हैं, लेकिन उनका खर्चा अजमल को उठाना होगा। साथ ही, उन्होंने मदरसों में आधुनिक शिक्षा पर भी अहम बयान दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक असम के सीएम हिमंत बिस्वा ने सरमा मोरीगांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि मुस्लिम बच्चे डॉक्टर इंजीनियर बनें। हम ये नहीं चाहते हैं कि मुस्लिमों के बच्चे मदरसों में पढ़ने जाएं और 'जुनाब' या फिर 'इमाम' बनकर निकलें। हम चाहते हैं कि हिन्दू मुस्लिम एक समान आगे बढ़े। कुछ लोग चाहते हैं कि मुस्लिम पीछे रह जाएं। वो लोग मुस्लिमों को वोट बैंक की तरह देखते हैं। इसलिए मुस्लिम समाज को ऐसे नेताओं से सावधान रहना चाहिए।

सांसद अजमल पर कसा तंज

इस दौरान सीएम बिस्वा ने सांसद बदरुद्दीन अजमल पर तंज कसा। अजमल ने कहा था कि हिंदू महिलाओं को मुस्लिमों की तरह कम उम्र में शादी करके ज्यादा से ज्यादा बच्चे करने चाहिए। इस पर सीएम बिस्वा ने कहा कि अजमल का यह बयान दर्शाता है कि वे महिलाओं को उपजाऊ भूमि की तरह मानते हैं। महिला 20-25 बच्चों को जन्म दे सकती है, लेकिन उन बच्चों का खाना, कपड़ा, पढ़ाई और अन्य सभी खर्च अजमल को उठाना होगा। अगर अजमल इस बात के लिए तैयार हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। वहीं, सीएम ने मुस्लिम महिलाओं से आग्रह करते हुए कहा कि किसी भी महिलाओं को दो बच्चों से ज्यादा नहीं करने चाहिए। हमें उतने ही बच्चे को जन्म देना चाहिए, जितने का पोषण हम अच्छे से कर सकते हैं।

इस बयान के चलते घिरे अजमल

बता दें कि धुबरी सांसद अजमल ने 2 दिसंबर को एक इंटरव्यू में 'लव जिहाद' पर मुख्यमंत्री की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी थी। अजमल ने कहा था कि 40 साल की उम्र के बाद वे माता-पिता के दबाव में शादी करते हैं। 40 साल की उम्र के बाद बच्चे कैसे पैदा होंगे। यदि उपजाऊ भूमि में बोते हैं तो ही अच्छी फसल पैदा हो सकती है। उन्होंने कहा था कि हिंदूओं को मुस्लिमों के फॉर्मूले पर चलना चाहिए और बच्चों की शादी 18-20 साल में कर देनी चाहिए, फिर देखिये कितने बच्चे पैदा होते हैं।

उनके इस बयान से जब उनके खिलाफ आक्रोश बढ़ा और केस भी दर्ज हो गया तो अजमल ने अपने बयान के लिए माफी मांगी थी। हालांकि अभी तक इस बयान को लेकर हिंदू समाज में खासा आक्रोश बना है।

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