Ram Mandir के उद्घाटन पर कांग्रेस को नहीं मिला न्योता, खुर्शीद बोले- PM Modi को बुलाने की भी क्या जरूरत

Ram Temple Ayodhya: श्री राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इसके बाद अब इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है। विपक्षी दलों के नेताओं ने सवाल करते हुए कहा कि केवल पीएम मोदी को ही निमंत्रण क्यों दिया गया है। साथ ही, कहा कि यह लोकसभा चुनाव से ठीक पहले एक पार्टी कार्यक्रम बन जाएगा। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने पूछा कि क्या सिर्फ एक ही पार्टी को निमंत्रण भेजा जा रहा है। भगवान सब के हैं। हर पार्टी को निमंत्रण मिलना चाहिए था। उन्हें कम से कम यह साफ करना चाहिए था कि सभी को आमंत्रित किया जाएगा।
संजय राउत बोले- यह चुनाव की तैयारी
शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा कि पीएम मोदी को आमंत्रित करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि वह खुद इतने बड़े कार्यक्रम में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बनना ही था। हजारों कारसेवकों ने इसके लिए अपनी जान दे दी। सभी हिंदुत्ववादी संगठन और पार्टियां इसमें शामिल थीं। शिव सेना, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद वहां थे। लालकृष्ण आडवाणी ने रथ यात्रा निकाली। यह इन सबका ही नतीजा है कि राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि पीएम मोदी जाएंगे और पूजा करेंगे लेकिन मुझे लगता है कि यह चुनाव की तैयारी है।
#WATCH | Mumbai, Maharashtra: On invitation to PM Modi for 'Pran Pratishtha' in Ayodhya on January 22, Shiv Sena (UBT) MP Sanjay Raut says, "There is no need to invite the PM. He would go by himself. He is the PM, he would definitely go. Why would anyone leave such a big event?… pic.twitter.com/1pfDLc4xT8
— ANI (@ANI) October 26, 2023
डीएमके नेता बोले- भाजपा राजनीतिक लाभ लेने के लिए राम का उपयोग करेगी
पीएम मोदी को निमंत्रण मिलने पर डीएमके नेता टीकेएस एलंगोवन ने कहा कि उन्होंने इतिहास को ध्वस्त कर दिया है और उसकी जगह पौराणिक कथाओं को ले लिया है। किसी भी देश को अपने इतिहास पर गर्व होना चाहिए। भाजपा इतिहास को तबाह करने की कोशिश कर रही है। वह इसे एक राजनीतिक उपकरण के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं। उन्हें राम में कोई दिलचस्पी नहीं है। भाजपा राम को जरूरी नहीं मानती है लेकिन उनका राजनीतिक लाभ महत्वपूर्ण हो जाता है इसलिए वे अपने राजनीतिक लाभ के लिए राम का उपयोग कर रहे हैं।
बता दें कि श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या मंदिर में राम मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति रखने के लिए पीएम मोदी को आमंत्रित किया। पीएम मोदी ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया और कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि वह इस तरह के ऐतिहासिक अवसर के लिए साक्षी बनेंगे।
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