श्री रामलला को अस्थाई मंदिर में किया गया विराजमान, सीएम योगी ने की विशेष पूजा आरती

चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। इस दौरान अयोध्या में जन्म भूमि स्थित मानस भवन में श्री राम लला को अस्थाई तौर पर मंदिर में विराजमान किया गया। प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में सुबह तड़के 3 बजे रामलला उनके भाई और भक्त हनुमान को अस्थाई मंदिर में स्थापित किया गया।
मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने भगवान से उनके नए स्थान पर विराजमान होने के लिए प्रार्थना की। इसके बाद रात 2 बजे के करीब उन्हें टेंट से निकालकर नए अस्थाई मंदिर में स्थापित किया गया। लेकिन उससे पहले गर्भ स्थान पर पूजा अर्चना की गई। भोग और श्रृंगार पूरी तरह से किया गया। 1528 के बाद पहली बार श्रीरामलला चांदी के सिंहासन पर विराजमान हुए।
सीएम ने मंदिर निर्माण के लिए दान में 11 लाख रुपए का चेक भी दिया। सुबह 3 बजे से शुरू हुआ यह कार्यक्रम 7 बजे तक चला इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने अस्थाई मंदिर में आरती की और पूरे कार्यक्रम में भाग लिया।
भूमि पूजन हो सकता है स्थगित
मंदिर के ट्रस्ट के सदस्यों ने बताया कि भूमि पूजन के लिए अभी कोई तिथि निर्धारित नहीं की गई है। ऐसे में 4 अप्रैल को अयोध्या में प्रस्तावित बैठक पर भी संशय है। मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने बताया कि विक्रम संवत 2077 की शुरुआत हो चुकी है और ऐसे में चैत्र नवरात्रि के साथ श्री रामलला के विराजमान होने से देश में सुख समृद्धि और शांति पूरी तरह से आएगी।
कोरोना जैसी गंभीर बीमारी को लेकर मंदिर ट्रस्ट ने बताया कि अभी तक किसी भी तारीख का ऐलान नहीं किया गया है और 4 तारीख को होने वाली बैठक पर अभी संशय है। वहीं दूसरी तरफ पहले इस कोरोना से गंभीर बीमारी से लड़ना हमारी प्राथमिकता है उसके बाद जो है आगे कार्यक्रम किए जाएंगे। वहीं बताया कि अयोध्या में विराजमान रामलला के अकाउंट में 2.81 करोड़ रुपए नकद और 8.75 करोड़ रुपए की एफडी जमा है।
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