कोरोना वायरस को हराने के लिए आयुर्वेदिक दवाओं की मांग पांच गुना तक बढ़ी, जड़ी बूटियों से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा रहे लोग

देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए राजधानी की जड़ी-बूटी और आयुर्वेदिक दवा दुकानों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने काढ़ा बनाने के सामान से लेकर आयुर्वेदिक दवाओं की मांग पहले की तुलना में कई गुना बढ़ गई है। गर्मी के दिनों में जो च्वनप्राश की बिक्री एक चौथाई से कम रहती थी, उसकी बिक्री में अचानक से उबाल आ गया है।
दुकान संचालकों के मुताबिक मई में अलग-अलग मेडिकल स्टोर्स सहित आयुर्वेदिक और किराना स्टोर्स में लोग अलग-अलग कंपनियों का च्यवनप्राश लेने के लिए पहुंच रहे हैं। इसी तरह से लोग रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने घरेलू नुस्खा अपना रहे हैं। रायुपर के गोलबाजार स्थित शहर की एक पुरानी जड़ी-बूटी दुकान के संचालक के अनुसार कोरोना वायरस से बचने लोग भारी संख्या में जड़ी-बूटी लेने पहुंच रहे हैं। उनकी दुकान में अन्य दवाओं की अपेक्षा जड़ी-बूटी की मांग पहले की तुलना में कई गुना बढ़ गई है।
लोग रोग प्रतिरोेधक क्षमता बढ़ाने जड़ी-बूटी के साथ मसाला में काम आने वाली दालचीनी, लौंग, जायफल और जायपत्री का भी उपयोग कर रहे हैं। साथ ही लोग रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने अलग से आयुर्वेदिक दवाओं की मांग कर रहे हैं।
अश्वगंधा, गिलोय की मांग बढ़ी
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने लोग जड़ी बूटी की दुकानों में गिलोय सत्व के साथ गिलोय रस और अश्वगंधा के बारे में जानकारी लेकर खरीद रहे हैं। इसी तरह से दुकानों में इन दिनों मधुरस की मांग भी बढ़ गई है। बावजूद इसके ज्यादातर लोग काढ़ा पर यकीन कर रहे हैं। साथ ही लोग काढ़ा बनाने में काम आने वाले जड़ी-बूटी खरीद रहे हैं।
बॉडी गर्म रखने केसर की मांग
ठंडी तासीर वाले लोगों को कोरोना वायरस संक्रमित होने का ज्यादा खतरा होने के भ्रम में लोग इन जड़ी-बूटी की दुकानों में बॉडी गर्म रखने के लिए केसर खरीद रहे हैं। साथ ही लोग स्वर्ण भस्म और केसर से बनी औषधि खरीद रहे हैं। साथ ही लोग कॉफी के साथ हर्बल चायपत्ती की मांग रहे हैं।
घरेलू नुस्खे का बढ़ा प्रचलन
कोरोना वायरस को लेकर लोग इतने भयभीत हैं कि इससे बचाव के लिए हर तरह के नुस्खे अपना रहे हैं। लोग जहां कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जड़ी-बूटी से लेकर आयुर्वेदिक दवाओं का उपयोग कर रहे हैं, वहीं लोग इस संक्रमण से बचाव के लिए घरेलू नुस्खे अपना रहे हैं। लोग सभी तरह के काढ़ा में तुलसी पत्ते का उपयोग कर रहे हैं। साथ ही लोग नीबू, हल्दी, शहद को गर्म पानी और दूध के साथ ले रहे हैं।
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