4 दिन से भूखे-प्यासे 300 किमी पैदल चलकर आजमगढ़ पहुंचे मजदूर, दर्द बयां करते हुए आखों से छलक पड़े आंसू

4 दिन से भूखे-प्यासे 300 किमी पैदल चलकर आजमगढ़ पहुंचे मजदूर, दर्द बयां करते हुए आखों से छलक पड़े आंसू
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पुलिस की नेक पहल को देख उनकी आखों में आंसू आ गए। मजदूरों ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि उन्होंने बीते चार दिनों से कुछ खाया नहीं है और पैदल चल रहे हैं।

भारत में कोरोना वायरस की वजह से 21 दिन का लॉकडाउन किया गया है। लॉकडाउन का आज चौथा दिन और इसी दिन से मजदूरों की घर वापसी का दौर जारी है।इन्हीं में से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 28 मजदूर भी हैं, जो बिहार के समस्तीपुर में मेहनत मजदूरी करके अपना जीवनयापन कर रहे थे। देश में लॉकडाउन के बाद यह सभी मजदूर रुके रहे लेकिन पैसा खत्म हो जाने के बाद पैदल ही घर जाने का फैसला लिया।

यह सभी 28 मजदूर आज लगभग 300 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर आजमगढ़ पहुंचे। पुलिस ने इन सभी को यहां पर रोका और इनके खाने पीने की व्यवस्था की। साथ ही पुलिस उन्हें उनके घरों तक पहुंचाने में जुट गई।

पुलिस की नेक पहल को देख उनकी आखों में आंसू आ गए। मजदूरों ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि उन्होंने बीते चार दिनों से कुछ खाया नहीं है और पैदल चल रहे हैं। अब एक कदम भी चला नहीं जा रही है। मजदूरों ने मदद के लिए पुलिस को धन्यवाद दिया।

कई जिलों को पार किया पर किसी ने नहीं पूछा

खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिसकर्मियों ने पहले इन सभी मजदूरों को मंडी से फलों का वितरण कराया। इसके बाद मंडी में ही इनके खाने की व्यवस्था की। पुलिस की नेक पहल को देखकर मजदूरों की आंखे छलक आईं। मजदूरों ने बताया उन्होंने बिहार से लेकर आजमगढ़ तक कई जिलों को पार कर लेकिन किसी ने उनकी सहायता नहीं कि। मजदूरों ने आजमगढ़ पुलिस की इस पहल के लिए धन्यवाद दिया।

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