Biporjoy चक्रवात तबाही मचाने को तैयार, यहां दिखेगा ज्यादा असर

Biporjoy चक्रवात तबाही मचाने को तैयार, यहां दिखेगा ज्यादा असर
X
बिपरजॉय चक्रवात का खतरा देश के कई राज्यों में मंडरा रहा है। इसको लेकर मौसम विभाग ने लोगों को अलर्ट कर दिया है। विभाग ने कहा कि दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र मंगलवार शाम चक्रवाती तूफान में बदल गया है। पढ़ें इसका किन राज्यों पर पड़ेगा असर...

Biporjoy Cyclone: चक्रवाती तूफान (Cyclonic Storm) को लेकर देश के कई हिस्सों में खतरा बना हुआ है। इसको लेकर मौसम विभाग (IMD) लगातार लोगों को अलर्ट रहने की हिदायत दे रहा है। बिपरजॉय चक्रवात (Biporjoy Cyclone) अगले एक से दो दिन के भीतर विक्राल रूप धारण कर सकता है। मौसम विभाग ने बताया है कि दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर गहरे दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह बिपरजॉय चक्रवात को और अधिक घातक बना देगा। यह चक्रवात दक्षिण पूर्व और आसपास के पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र 4 किमी प्रतिघंटे की गति के साथ उत्तर की ओर बढ़ा रहा है। आईएमडी की अलर्ट के बाद कर्नाटक से लेकर गोवा तक रेस्क्यू टीमों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है।

मौसम विभाग के मुताबिक, आज यानी मंगलवार शाम साढ़े पांच बजे तक बिपरजॉय चक्रवात गोवा (Goa) से लगभग 920 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम, मुंबई (Mumbai) से 1050 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम, पोरबंदर (Porbandar) से 1130 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम और कराची (Karachi) से 1430 किलोमीटर दक्षिण में स्थित था। जैसे-जैसे चक्रवात उत्तर की ओर बढ़ेगा यह भयानक तूफान में बदल जाएगा। इसके कारण से महाराष्ट्र तट पर 8 से 10 जून तक समुद्र में ऊंची लहरें उठने की संभावना है। मौसम विभाग ने समुद्र में मछली पकड़ने गए मछुआरों को तट पर लौटने की सलाह दी है। मौसम विभाग ने सोमवार को कहा था कि दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बनने और इसके गहरा होने से मानसून का केरल तट की ओर आगमन गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है। हालांकि मौसम विभाग ने केरल में मानसून के आगमन की संभावित तारीख नहीं बताई।

दूसरी ओर, निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काइमेट वेदर (Skymet Weather) ने बताया कि केरल में मानसून 8 या 9 जून को दस्तक दे सकता है। इस दौरान हल्की बारिश हो सकती है। स्काईमेट ने आगे कहा कि अरब सागर में मौसम की ये शक्तिशाली प्रणालियां अंदरुनी क्षेत्रों में मानसून के आगमन को प्रभावित करती है। इसके प्रभाव में मानसून तटीय हिस्सों में पहुंच सकता है। लेकिन, पश्चिमी घाटों से आगे जाने में उसे संघर्ष करना पड़ेगा। स्काईमेट ने पहले मानसून के 7 जून को केरल में दस्तक देने का पूर्वानुमान जताया था। आगे लिंक पर क्लिक करके पढ़िये कैसा रहेगा आज देश के मौसम का हाल...

Also read- Cyclone Mocha ने तबाही मचाने को दोगुनी की रफ्तार, NDRF की टीमें तैनात

2-3 दिनों में केरल में आ सकता है मानसून

देश में इस बार मौसम में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिला है। मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी थी कि अगर बेमौसम में बारिश होती है तो भी मई की शुरुआत से ही भीषण गर्मी देखने को मिलेगी। हालांकि बीच-बीच में बारिश होने से गर्मी का अधिक असर नहीं दिखा। मौसम विभाग ने बताया कि केरल में सोमवार को अच्छी बारिश हुई और स्थितियां बता रही है कि अगले 2 से 3 दिन में मानसून का आगमन होगा। चक्रवाती तूफान और बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दाब के कारण दक्षिणी प्रायद्वीप क्षेत्र में वर्षा होगी। उन्होंने कहा कि चक्रवात के कमजोर होने के बाद मानसून दक्षिणी प्रायद्वीप से आगे बढ़ेगा। दक्षिण-पश्चिम मानसून आम तौर पर 1 जून को केरल में प्रवेश करता है। IMD ने कहा कि अल नीनो की स्थिति विकसित होने के बावजूद दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम में सामान्य बारिश होने की उम्मीद है।

Also read- मध्य प्रदेश में नहीं दिखेगा चक्रवाती तूफान मोका का असर, बने रहेंगे लू जैसे हालात

Tags

Next Story