बिहार विधानसभा चुनाव: जेपी नड्डा बोले, RJD वही दल है जिसके राज में शहाबुद्दीन को राजनीतिक संरक्षण मिलता रहा

बिहार विधानसभा चुनाव 2020: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को करकट में एक जनसभा को संबोधित किया। जेपी नड्डा ने कहा कि जब मैं बिहार आता हूं, तो मुझे लगता है जैसे मैं अपने घर आया हूं। मैंने राजेन्द्र प्रसाद जी की अंत्येष्टि भी देखी है और जयप्रकाश नारायण जी के आंदोलन का साक्षी भी रहा हूं। मैं जब भी बिहार आता हूं तो प्रेरणा से ओत-प्रोत हो जाता हूं। चुनाव में बड़े-बड़े वादे करके लोगों को लुभाया जाता है, कई बार तो जनता पशोपेश में पड़ जाती है कि वोट किसे दें। कभी भी वोट इस आधार पर मत दीजिए कि वो प्रत्याशी और उसकी पार्टी आगे चलकर क्या करेगी। वोट इस आधार पर देना चाहिए कि प्रत्याशी ने और उसकी पार्टी ने अब तक क्या किया है।
जाति, मजहब और वोट बैंक की राजनीति देश की संस्कृति बनी हुई थी। मोदी जी के आने के बाद देश ने एक नया सपना देखा और भारत को महान बनाते हुए दुनिया में आगे खड़ा करने का काम मोदी जी के नेतृत्व में हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने बिहार के लिए 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये की घोषणा 2015 में की थी।
1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये तो खर्च किए ही गए हैं, साथ ही मोदी जी ने 40 हजार करोड़ रुपये और भी बिहार के विकास के लिए दिए हैं। कोरोना संकट काल में लोग डरे हुए थे, लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करनी थी। मोदी जी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत देश के 80 करोड़ लोगों को मार्च से लेकर छठ व दीवाली तक 5 किलो गेहूं या चावल और 1 किलो दाल मुफ्त देने की व्यवस्था की।
सही मायने में किसानों को आजादी नरेन्द्र मोदी जी ने दी है। स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू कराया गया। फसल की लागत का डेढ गुना एमएसपी किसान को देने का फैसला मोदी सरकार ने ही किया। दुनिया का 80 प्रतिशत उच्च गुणवत्ता का मखाना बिहार पैदा करता है। आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत इस मखाने को विश्व स्तर पर ब्रैंडिग करके उचित मूल्य पर बेचने का और नौजवानों को रोजगार देने का काम हम करेंगे। आज RJD वाले विकास का नया नक्शा लेकर आ रहे हैं। उन्हें नरेन्द्र मोदी जी को धन्यवाद देना चाहिए, क्योंकि मोदी जी ने उन्हें भी विकास का अर्थ सिखा दिया है।
आरजेडी वही दल है जिसके राज में शहाबुद्दीन को राजनीतिक संरक्षण मिलता रहा। नीतीश जी की जब सरकार आई तब शहाबुद्दीन को जेल भेजा गया। अगर उजाले की इज्जत करनी है, को अंधेरे की कठिनाई को पहचानना होता है। विकास करना है तो विकास के विरोधियों को भी पहचानना जरूरी है। लालू राज में बिहार में सिर्फ 24 प्रतिशत क्षेत्र में बिजली थी, आज शत-प्रतिशत बिजली है। तब बिहार का बजट 24 हजार करोड़ रुपये था। आज 2 लाख 20 हजार करोड़ रुपये का बजट है। ये बिहार का विकास है।
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