Budget 2019-20 India : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की इस टीम की मदद से तैयार हुआ बजट, जानें कौन-कौन हैं शामिल

Budget 2019-20 (बजट 2019-20) / वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) कल यानी शुक्रवार को मोदी सरकार (Modi Governmet) के दूसरे कार्यकाल का पहला आम बजट 2019 (Union Budget 2019) पेश करेंगी। जिसके लिए वित्त मंत्री अंतिम तैयारियों में जुट गई हैं। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले बजट (First Budget) से लोगों की बढ़ी उम्मीदे हैं। लोगों ने उम्मीद जताई है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ आम लोगों की राहत के लिए भी कदम उठाएंगी। क्योंकि उनके सामने अर्थव्यवस्था (Economy) की कई चुनौतिया हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बजट तैयार करने में देश के 6 दिग्जज अधिकारियों ने निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) की मदद की है। तो चलिए जानतें हैं उनकी टीम में कौन-कौन शामिल रहे।
इन दिग्गज अधिकारियों ने की वित्त मंत्री की मदद
* के. सुब्रमण्यन, मुख्य आर्थिक सलाहकार
के. सुब्रमण्यन ने अमेरिका के शिकागो यूनिवर्सिटी से प्रोफेसर लुइगी जिंगालेस और रघुराम राजन के नेतृत्व में फाइनेंशियल इकोनॉमिक्स से पीएचडी की है। के. सुब्रमण्यन आज अपना पहला आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश करेंगे। इस समय देश की अर्थव्यवस्था सुस्त हैं ऐसे में इसे दूर करने के लिए के. सुब्रमण्यन की सलाह बजट तैयार करने में वित्त मंत्री के लिए बहुत काम आई होगी।
* सुभाष गर्ग, वित्त और आर्थिक मामलों के सचिव
वित्त और आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष गर्ग अर्थव्यवस्था की चुनौतियों से निपटने में माहिर हैं। सचिव सुभाष को वित्त मंत्रालय के पुराने खिलाड़ी भी हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को ग्रोथ रेट कम होना, उपभोग घटने, निजी निवेश घटने के हालात में किस तरह से निपटा जाए जाएं कि राजकोषीय मजबूती भी बनी रहे, सुभाष गर्ग की सलाह बहुत काम आ सकती है।
* अजय भूषण पांडेय, राजस्व सचिव
राजस्व सचिव अजय भूषण पांडेय की सलाह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बहुत काम आ सकती है। आधार कार्ड परियोजना को साकार करने वाली विशिष्ट पहचान प्राधिकरण में कौशल दिखाने के बाद अब यह देखना होगा कि राजस्व के मोर्चे पर अजय भूषण क्या छाप छोड़ते हैं? क्या टैक्स राजस्व बढ़ाने और करदाताओं की सुविधा बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी का विस्तार किया जाएगा? बजट से मालूम हो जाएग कि अजय भूषण पांडेय ने क्या सुझाव दिया है जिससे देश की सुस्त अर्थव्यवस्था में सरकारी खर्च बढ़ाने की दरकार की चुनौती से कैसे निपटा जाए।
* राजीव कुमार, वित्तीय सेवाएं विभाग के सचिव
वित्तीय सेवाएं विभाग के सचिव राजीव कुमार की भूमिका केंद्र सरकार के विभिन्न प्रमुख एजेंडा जैसे सार्वजनिक बैंकों के विलय, फंसे कर्जों पर अंकुश आदि पर काम करने में रही है। राजीव कुमार के पास बीमा कंपनियों के विलय और सार्वजनिक बैंकों में सुधार की भी जिम्मेदारी है। बजट से मालूम चल जाएगा कि उनकी किस रूप में सामने आती है।
* जीसी मुर्मू, व्यय सचिव
जीसी मुर्मू वित्तीय सेवाएं और राजस्व विभाग में काम कर चुके हैं। व्यय सचिव जीसी मुर्मू योजनाओं को कार्य रूप में परिणत करना में माहिर हैं। जीसी मुर्मू के सामने चुनौती थी कि वे पीएम मोदी की योजनाओं की पूरी तरह से आगे बढ़ाया जाए। लेकिन योजनाओं के खर्चों पर अंकुश रहे।
* अतानु चक्रवर्ती, डीआईपीएएम सचिव
डीआईपीएएम सचिव अतानु चक्रवर्ती ने बीते वर्ष सरकार के विनिवेश लक्ष्य को पूरा करने में बहुत सहायता की थी। अतानु चक्रवर्ती ने इसके लिए यूनिक सलाह दी थी। इस समय अतानु चक्रवर्ती के सामने सार्वजनिक कंपनियों की हिस्सेदारी बेचने का महत्वपूर्ण एजेंडा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को उनकी सलाह से इस मामले में बहुत सहायता मिली होगी। लेकिन बजट पेश होने से पता चल पाएगी की उनकी सलाह कितनी काम आ सकती है।
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