Budget 2019: जानें बजट बनाने वाले अधिकारियों को क्यों किया जाता है कैद

17 जून से संसद (Parliament) का बजट सत्र (Budget Session) शुरू हो चुका है और 5 जुलाई (5 July 2019) को मोदी सरकार (Modi Govt) के दूसरे कार्यकाल का पूर्ण बजट पेश होगा। इस बार पहली महिला वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (First Finace Women Minister Nirmala Sittharaman) बजट पेश करेंगी। लेकिन उससे पहले बीते शनिवार को बजट डॉक्यूमेंट को लेकर प्रिंट से पहले हलवा सेरेमनी (Halwa Ceremony) की शुरूआत हो गई। इस सेरेमनी के बाद बजट तैयार करने वाले अधियारियों को बाहर की दुनिया से अलग कर वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) को नॉर्थ ब्लाक (North Block) में बजट पेश होने तक कैद कर दिया जाता है। केंद्र सरकार के बजट को लेकर देश के हर वर्ग को इंतजार रहता है। ऐसे में लोगों की उम्मीदें बढ़ जाती हैं। बजट पेश होने से पहले छपाई का काम शुरू हो जाता है। इस बजट में जुटे सभी आलाधिकारियों और वर्कर्स को वित्त मंत्रालय में ही रहना पड़ता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर ऐसा क्यों किया जाता है और उन पर किस तरह की रोक लग जाती है।
अधिकारियों को क्यों किया जाता है कैद
बजट की हलवा सेरेमनी से सभी अधिकारी एक दायरे के अंदर कैज हो जाते हैं। इन्हें नॉर्थ ब्लॉक में कैद कर दिया जाता है। कैद करने के पीछे की वजह होती है बजट की गोपनीयता को बनाए रखना। ताकि बजट से जुड़ी जानकारियां लीक ना हो जाएगी। क्योंकि एक बार भारत सरकार का बजट लीक हो चुका है। जिसके बाद अधिकारियों को नॉर्थ ब्लॉक में रखा जाता है। इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीम उन लोगों पर नजर रखती है और फोन भी दूर रख दिए जाते हैं। ये सभी लोग संयुक्त सचिव की अध्यक्षता में बजट को तैयार करते हैं।
इन अधिकारियों पर रखी जाती है ज्यादा नजर
कहते हैं कि स्टेनोग्राफरों पर इंटेलिजेंस ब्यूरो की पूरी नजर होती है। इतना ही नहीं स्टेनोग्राफर के कम्प्यूटर नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर से दूर रखे जाते हैं ताकि साइबर अटैक ना हो। इसलिए इनके रूम में पावरफुल जैमर लगाए जाते हैं ताकि कोई भी जानकारी लीक ना हो। क्योंकि ये देश का सबसे महत्वपूर्ण बिल होता है।
ये अधिकारी होते हैं बजट में शामिल
देश का बजट एक महत्वपूर्ण होता है और इसमें काम करने वाले अधिकारी भी काफी होते हैं। इसमें वित्त मंत्रालय के विशेष अधिकारी, प्रिंटिंग टेक्नीशियन, स्टेनोग्राफर्स की टीम शामिल होती है। इस अधिकारियों से इनके फोन भी ले लिए जाते हैं लेकिन अगर परिवार को कोई संदेश भेजना होता है कि एक नंबर देकर जानकारी मिल जाती है।
कहां छपती हैं बजट की प्रतियां
बजट को सबसे सुरक्षित डॉक्यूमेंट माना जाता है इसलिए इसकी छपाई वित्त मंत्रालय में होती है। सबसे पहले राष्ट्रपति भवन के अंदर प्रिंट होते थे। लेकिन बाद में बजट लीक होने के बाद मिंटो रोड प्रेस में छपे। उसके बाद 1980 में बजट नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में छपने शुरू हो गए थे।
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