Cash For Query Case: 'संसद में फर्जी कहानी बनाकर महिला सांसदों को बाहर न निकालें', महुआ मोइत्रा का BJP पर आरोप

Cash-For Query Row: कैश फॉर क्वेरी केस में फंसी तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें अभी कम नहीं हुई हैं। 2 नवंबर को वह एथिक्स कमेटी के सामने पेश हुई थीं और फिर बाहर आईं, तो वह काफी तमतमाई हुई थीं। महुआ ने एथिक्स कमेटी पर भद्दे सवाल पूछने का आरोप लगाया था। इसी बीच, उन्होंने आज फिर से बीजेपी पर जमकर हमला बोला है। मोइत्रा ने दावा किया कि बीजेपी उन पर आपराधिक मामले थोपने की योजना बना रही है। साथ ही, फर्जी कहानी गढ़कर महिला सांसद को बाहर निकालने की प्लानिंग की जा रही है।
महुआ मोइत्रा बोलीं- महिला सांसदों को बाहर निकालने की योजना
टीएमसी सांसद ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि इससे पहले आप फर्जी कहानी के साथ महिला सांसदों को बाहर निकालें, याद रखें कि मेरे पास एथिक्स कमेटी में रिकॉर्ड की सटीक प्रतिलिपि है। अध्यक्ष के घिनौने अप्रासंगिक सवाल, विपक्ष का विरोध, मेरा विरोध सब कुछ आधिकारिक काले और सफेद रंग में मौजूद है।
Shaking in my skin to know BJP planning crminal cases against me. Welcome them - only know that CBI and ED need to file FIR against Adani for ₹13,0000 crore coal scam before they question how many pairs of shoes I have.
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) November 5, 2023
मोइत्रा ने कहा कि यह जानकर मैं कांप रही हूं कि बीजेपी मेरे खिलाफ आपराधिक मामलों की योजना बना रही है। उनका स्वागत है। उन्होंने आगे ट्वीट में लिखा कि मैं सिर्फ यह जानती हूं कि 13,000 करोड़ रुपये के कोयला घोटाले में सीबीआई और ईडी को अडाणी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की जरूरत है। इससे पहले कि वे सवाल करें कि मेरे पास कितने जोड़े जूते हैं। उन्होंने अपनी पार्टी पर लगे आरोपों को भाजपा और गौतम अडाणी की 'ध्यान भटकाने वाली रणनीति करार दिया है।
निशिकांत दुबे ने किया पलटवार
वहीं, महुआ मोइत्रा के ट्वीट पर पलटवार करते हुए बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि टीएमसी सांसद की ईमानदारी का मैं कायल हो गया। उन्होंने अडाणी के ऑफर को लात मार दी केवल हीरानंदानी के लिए। साथ ही, उन्होंने आगे लिखा कि महुआ मोइत्रा की पढ़ाई देखिए, बैंक ने लगता है नौकरी से ग़लत हिसाब किताब के कारण निकाल दिया। कल प्रेस को बोली 13 हज़ार करोड़ का कोयला घोटाला हुआ और आज लिख रही है कि 1 लाख 30 हज़ार का घोटाला हुआ है। टीएमसी सांसद सचमुच डर गई हैं।
एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष ने दी थी प्रतिक्रिया
एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने कहा था कि महुआ मोइत्रा से केवल वही सवाल पूछे गए जो आरोपों से संबंधित थे। उन्होंने कहा कि ऐसा करने के बजाय केवल जांच में बाधा उत्पन्न करने के लिए उन्होंने यह हंगामा खड़ा किया। उन्होंने एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष और सदस्यों के लिए जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया, वह एक सांसद या महिला को शोभा नहीं देता। वह जवाब देने से बचना चाहती थीं और जांच में बाधाएं पैदा करना चाहती थीं।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS