Cash-For-Query-Row: निशिकांत दुबे का महुआ मोइत्रा को खुला चैलेंज, बोले-राजनीति से संन्यास ले लूंगा अगर...

Cash-For-Query-Row: भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा की एथिक्स कमेटी का बचाव किया है। उन्होंने आज कहा कि अगर यह साबित हो गया कि महुआ मोइत्रा से लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने कोई व्यक्तिगत सवाल पूछा था तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। साथ ही, उन्होंने कमेटी पर लगे आरोपों को लेकर बहुजन समाज पार्टी सांसद दानिश अली पर भी सवालिया निशान खड़े किए हैं। महुआ मोइत्रा अपना बयान देने के लिए गुरुवार को समिति के सामने पेश हुईं थी।
बीजेपी सांसद बोले- राजनीति से सन्यास ले लूंगा
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि अपने हलफनामे में दर्शन हीरानंदानी ने भारत और विदेशों में भ्रष्ट सांसद की हवाई यात्रा और होटल व कारों के लिए भुगतान करने का दावा किया है। एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष ने टिकट और होटल के बिल मांगे। अगर इसके अलावा महुआ मोइत्रा से उनके पुरुष मित्र के संबंध में कुछ भी पूछा गया तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा। जानकारी के लिए बता दें कि संसद की तरह ही एथिक्स कमेटी की बहस की कार्यवाही को रिकॉर्ड किया जाता है।
निशिकांत दुबे ने आगे कहा कि अगर हिम्मत है तो कांग्रेस, जेडीयू सांसदों को कॉपी दिखानी चाहिए।' दुबे ने बीएसपी सांसद दानिश अली की आलोचना करते हुए लिखा कि एक महिला के विक्टिम कार्ड के मामले में दानिश अली इतना नीचे मत गिरो।
महुआ मोइत्रा ने क्या कहा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महुआ मोइत्रा ने कहा कि चेयरपर्सन ने मेरे व्यक्तिगत जीवन के बारे में घिनौने सवाल पूछने पर जोर दिया था। इसमें आप रात में किससे बात करते हैं, कितनी बार, क्या आप मुझे वो कॉल डिटेल दे सकते हैं शामिल था। साथ ही कहा कि उन्होंने मुझसे पूछा कि पिछले पांच साल में आप सब कहां थे। आप अमुक को अपना प्रिय दोस्त कहते हैं, क्या उसकी पत्नी को इस बारे में पता है।
महुआ मोइत्रा ने लिखा पत्र
टीएमसी सांसद ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को एक पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि मैं आज बहुत व्यथित होकर आपको पत्र लिख रही हूं ताकि आपको आचार समिति की सुनवाई के दौरान अध्यक्ष द्वारा मेरे साथ किए गए अनैतिक, घृणित और पूर्वाग्रहपूर्ण व्यवहार के बारे में जानकारी दे सकूं। मोइत्रा ने कहा कि समिति को खुद को आचार समिति के अलावा किसी अन्य नाम से नामित करना चाहिए क्योंकि इसमें कोई नैतिकता नहीं बची है। विषय से संबंधित प्रश्न पूछने के बजाय, चैयरमैन ने दुर्भावनापूर्ण और अपमानजनक तरीके से मुझसे सवाल किए। उन्होंने कहा कि यहां तक कि उपस्थित 11 सदस्यों में से 5 सदस्य बाहर चले गए और उनके शर्मनाक आचरण के विरोध में कार्यवाही का बहिष्कार किया।
बीएसपी सांसद दानिश अली ने क्या कहा
बीसएपी सांसद दानिश अली ने महुआ से किए गए सवालों की तुलना द्रौपदी के चीरहरण से की थी। उन्होंने कहा था कि समिति के अध्यक्ष महुआ से निजी सवाल पूछ रहे थे, जो असहनीय था। उन्होंने कहा था कि वे अनैतिक सवाल पूछ रहे थे कि रात में किससे बात करते हो, कैसे बात करते हो, ये चेयरमैन पूछेगा क्या।
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