Chandrayaan-2 Video: कैसे चांद पर लैंड करेगा मिशन चंद्रयान-2, 15 मिनट होंगे चुनौती पूर्ण, देखें पूरा प्रोसेस

Chandrayaan-2 Video: कैसे चांद पर लैंड करेगा मिशन चंद्रयान-2, 15 मिनट होंगे चुनौती पूर्ण, देखें पूरा प्रोसेस
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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अब सिर्फ चंद कदम की दूरी पर चांद पर लैंडिंग करने के लिए। इसरो के मुताबित, 7 सितंबर शनिवार को दोपहर 1:30 से 2:30 बजे के बीच चांद्रयान 2 चांद पर लैंड कर जाएगा। इसरो ने लैंडिंग को लेकर एक वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किया है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अब सिर्फ चंद कदम की दूरी पर चांद पर लैंडिंग करने के लिए। इसरो के मुताबित, 7 सितंबर शनिवार को दोपहर 1:30 से 2:30 बजे के बीच चांद्रयान 2 चांद पर लैंड कर जाएगा।

7 सितंबर को चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव क्षेत्र में सॉफ्ट लैंडिंग करने के लिए मिशन चंद्रयान 2 पूरी तरह से तैयार है। विक्रम लैंडर सोमवार दोपहर को चंद्रयान-2 ऑर्बिटर से सफलतापूर्वक अलग हो गया था और उसके बाद दो प्रक्रियाओं को भी पूरा किया।

एएनआई ने बताया कि चंद्र सतह पर चंद्रयान 2 विक्रम लैंडर शनिवार 7 सितंबर को दोपहर डेढ बजे से ढाई बजे के बीच उतर जाएगा। इसके बाद साढे पांच से 6 बजे के बीच रोवर रोल से बार निकलेगा। चंद्रमा पर एक सफल लैंडिंग भारत को चंद्र सतह पर नरम-लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन जाएगा। जबकि चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव क्षेत्र में उतरने वाला पहला देश बना जाएगा।

चंद्रयान-2 चंद्रमा लैंडिंग की तारीख और समय

विक्रम लैंडर प्रज्ञायान रोवर ले जाने वाले चंद्रमा के पास पहुंच गया है। 7 सितंबर शनिवार दोपहर 1:30 से 2:30 बजे के बीच चंद्र की सतह पर उतर जाएगा। उसके बाद रोवर सुबह 5:30 से 6:30 के बीच निकल जाएगा। हाल ही में चंद्रयान-2 अंतरिक्ष यान ने बुधवार को दूसरी प्रक्रिया को पूरा कर लिया था।

ऐसे चांद पर उतरेगा चंद्रयान 2

चांद पर कैसे चंद्रयान 2 मिशन उतरेगा इसका एक वीडियो भी इसरो ने जारी किया है। जिसमें लैंडर और रोवर दोनों को चांद की तरह पर दिखाया गया है।लैंडर के सतह पर उसने के बाद रोवर कैसे बाहर निकलेगा और अपना काम करेगा। इसके बाद 6 पहियों वाला रोवर चांद तक सतह पर उतरेगा। चंद्रमा का एक दिन धरती के 14 दिन के बराबर होता है।

15 मिनट होंगे चुनौती पूर्ण

चंद्रयान 2 48 दिन का सफर पूरा कर 15 मिनट के लिए सबसे चुनौती पूर्ण राह पर होगा। जो कि सफल लैंडिंग की अंतिम बाधा है। इसके बाद लैंडर से बाहर आकर रोवर अपना काम पूरा कर लेगा। इससे पहले हर पड़ाव को चंद्रयान-2 पहले की पार कर चुका है। लैंड करने के बाद विक्रम का पावर सिस्टम एक्टिवेट हो जाएगा। जो खुद काम करेगा। सबसे पहले विक्रम अपनी खींची तस्वीरों को धरती पर भेजागा। हवा से सतह पर 12 डिग्री से ज्यादा उबड़-खाबड़ नहीं होनी चाहिए। तभी उसके बाद पूरा काम शुरू हो जाएगा।

भारत बनेगा चौथा देश

इसरो मिशन चंद्रयान 2 की लैंडिंग के बाद दुनिया का भारत चांद पर पहुंचने वाला चौथा देश बन जाएगा। इससे पहले चांद पर सॉफ्ट लैडिंग अमेरिका, रूस और चीन ने की है। वहीं साउथ पोल में लैंडिंग करने वाला भारत पहला देश होगा। जो अपने आप में एक इतिहास होगा।

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