Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 के लिए 13-14 दिन अहम, इसरो चीफ बोले- मिशन के दो मकसद पूरे

Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम की सफल लैंडिंग के बाद रोवर प्रज्ञान ने चांद पर चहलकदमी भी शुरू कर दी है और डेटा जुटा भी जुटा रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की नजर रोवर के हर कदम पर पल-पल बनी हुई है। इसरो चीफ एस सोमनाथ ने कहा कि उनकी टीम अगले दो हफ्ते के लिए काफी उत्साहित है। 23 अगस्त, 2023 को, भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अपने अंतरिक्ष यान चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर को उतारने वाला पहला देश बनकर इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया। भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा देश है।
चंद्रयान-3 मिशन के दो मकसद पूरे
चंद्रयान-3 मिशन के 3 उद्देश्यों में से 2 पूरे हो गए हैं। चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग का प्रदर्शन पूरा हो गया है। चंद्रमा पर घूमने वाले रोवर का प्रदर्शन पूरा हो गया है। इन-सीटू वैज्ञानिक प्रयोग चल रहे हैं। सभी पेलोड सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। इस बात की पुष्टि इसरो ने ट्विटर पर की है। इसरो ने यह भी कहा कि सभी गतिविधियां तय समय पर हैं और सभी प्रणालियां सामान्य हैं। लैंडर मॉड्यूल पेलोड ILSA, RAMBHA और ChaSTE को चालू कर दिया गया है। रोवर मोबिलिटी संचालन शुरू हो गया है। प्रोपल्शन मॉड्यूल पर SHAPE पेलोड रविवार यानी आज शुरू कर दिया जाएगा।
अगले 13-14 दिन बहुत जरूरी
इसरो चीफ सोमनाथ ने कहा कि वैज्ञानिक मिशन के ज्यादातर उद्देश्य अब पूरे होने जा रहे हैं। लैंडर और रोवर सभी चालू हैं। मैं समझता हूं कि सभी वैज्ञानिक डेटा बहुत अच्छे दिख रहे हैं, लेकिन हम चंद्रमा से बहुत सारे डेटा को मापना जारी रखेंगे आने वाले 14 दिन तक के लिए और हमें उम्मीद है कि ऐसा करते हुए हम साइंस में वास्तव में अच्छी सफलता हासिल करेंगे। इसलिए हम अगले 13-14 दिनों के लिए उत्साहित हैं।
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