Chandrayan 2: अगर 8 दिनों तक नहीं हुआ 'लैंडर' विक्रम ठीक, तो करना होगा 5 साल का इंतजार

भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संगठन (इसरो) का मिशन चंद्रयान 2 पूरी तरह सफल नहीं रहा। ऑर्बिटर में कामयाबी तो मिली लेकिन विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर की सॉफ्ट लैंडिंग करने में कामयाबी नहीं मिली। इसरो को विक्रम लैंडर की सभी चीजों के बारे में पता चल गया है, जैसे उसकी लोकेशन, लैंडिंग की स्थिति और उसके संपर्क ना करने की मुख्य वजह एंटीना।
इसरो के साथ आया नासा
इसरो के विक्रम लैंडर के एंटीना तक मैसेज पहुंचाने के लिए अमेरिकी की स्पेस एजेंसी नासा भी साथ दे रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नासा ने अपने ऑर्बिटर से लैंडर विक्रम को मैसेज भेजे हैं। नासा ने लिखा हैल्लो विक्रम, ऐसे में नासा भी विक्रम के जवाब का इंतजार कर रहा है। इसरो अपने इस मिशन को 95 फीसदी सफल बता चुका है।
इसरो के पास हैं 8 दिन बाकी
इसरो के पास अब सिर्फ 8 दिनों का वक्त है विक्रम लैंडर से संपर्क करने के लिए उसके बाद वहां रात हो जाएगा जो 14 दिनों की होगी। धरती और चांद पर दिन रात में 14 दिनों का फर्क हैं। धरती का एक दिन चांद पर 14 दिनों के बराबर है। ऐसे में अभी वहां दिन है तो विक्रम के सोलर पैनल से संपर्क हो सकता है। लेकिन लैंडर के एंटीना से संपर्क करने की लगातार कोशिश की जा रही है।
मिशन चंद्रयान-3
अगर इसरो का यह मिशन फेल हो जाता है तो ऐसे में इसरो को एक साल तक का इंतजार करना होगा। क्योंकि इसरो तीसरा चंद्र मिशन 2020 के अंत तक पूरा होगा। उम्मीद है कि 2024 तक चांद पर मिशन चंद्रयान को भेजा जाए। तीसरे मून मिशन में भारतीय रोबोट को चांद की सतह पर उतारेगा।
इसकी लैंडिंग भी वहीं होगी जहां पर चंद्रयान 2 की लैंडिंग हुई है। इसरो चीफ डॉ के सिवन भी कह चुके हैं कि चंद्रमा पर चंद्रयान-2 के बाद हम एक और यान भेजेंगे। ऐसे में उम्मीद है कि रोबोट की मदद से लैंडर के एंटीना को ठीक किया जाएं और लैंडर और रोबोट मिलकर चांद को लेकर कई बड़े खुलास करें।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS