Haribhoomi-Inh Exclusive: छत्तीगढ़ सरकार के दो साल पूरे, कितनी सफलता, कितने सवाल? प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने खास कार्यक्रम पर की चर्चा

Haribhoomi-Inh Exclusive: छत्तीगढ़ सरकार के दो साल पूरे, कितनी सफलता, कितने सवाल? प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने खास कार्यक्रम पर की चर्चा
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Haribhoomi-Inh Exclusive: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम चर्चा में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने आज छत्तीगढ़ में कांग्रेस सरकार के दो साल पूरे होने पर चर्चा की है।

Haribhoomi-Inh Exclusive: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम चर्चा में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने आज छत्तीगढ़ में कांग्रेस सरकार के दो साल पूरे होने पर चर्चा की है। इस चर्चा में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने कितनी सफलता हासिल की है और कितने सवाल खड़े हुए हैं इस पर जोर दिया है। डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने खास कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार के दो साल का कार्यकाल। भारतीय लोकतंत्र में प्रधानमंत्री और राज्यों में मुख्यमंत्रियों का कार्यकाल पांच साल का होता है। आमतौर पर शुरुआती पांच- छह महीने हनीमून पिरीयड की तरह माने जाते हैं। जिसमें सरकार और मंत्री सरकारी कामकाज और शासन प्रशासन के कामकाज को समझते हैं। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार ने दो साल का समय सत्ता में गुजारा है। ये कुल कार्यकाल का आधा भी नही हैं।

मुख्यमत्री भूपेश बघेल ने आज से ठीक दो साल पहले सूबे की बागडोर संभाली थी। भूपेश शासन के दो साल की उपलब्धियां इसे पूर्ववर्ती सरकारों से अलग बनाती है। छत्तीसगढ़ शायद देश का पहला राज्य है जहां सरकार दो रुपए किलो की दर से गोबर खऱीदती है। सूत्र वाक्य 'नरवा गरुवा घुरवा बाड़ी, ऐला बचाना है संगवारी' भूपेश सरकार की विकास को लेकर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस खास कार्यक्रम में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सीएआईटी अमर पारवानी, छत्तीसगढ़ पा.पु. निगम अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी, किसान रुपन चंद्रकार और वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैय्यर से खास बात चीत की। इस दौरान उन्होंने इन महमानों से भूपेश सरकार को लेकर तीखे सवाल भी किये।

भूपेश सरकार के दो साल: कितनी सफलता, कितने सवाल? देखें खास रिपोर्ट


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