CHILDREN'S DAY 2021: भारत में 14 और विश्व में 20 नवंबर को मनाया जाता है 'बाल दिवस', जानें इसका इतिहास और शुरुआत

CHILDRENS DAY 2021: भारत में 14 और विश्व में 20 नवंबर को मनाया जाता है बाल दिवस, जानें इसका इतिहास और शुरुआत
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हर साल 14 नवंबर को देश में भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Pandit Jawahar Lal Nehru) के जन्मदिन पर बाल दिवस (Children's Day) मनाया जाता है।

बाल दिवस 2021 (Children's Day 2021) का दिन भारत में बच्चों के लिए बहुत खास होता है। हर साल 14 नवंबर को देश में भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Pandit Jawahar Lal Nehru) के जन्मदिन पर बाल दिवस (Children's Day) मनाया जाता है। उन्‍हें बच्चों से बहुत प्यार था। वैसे देश में 1925 से ये खास दिन मनाया जा रहा है।




जवाहर लाल नेहरू (Jawahar Lal Nehru) का जन्‍म 14 नवंबर (November 14) को हुआ था. उन्‍हें बच्चों से बहुत प्यार था. यही वजह है कि बच्‍चे आज भी उन्‍हें चाचा नेहरू कहकर बुलाते हैं. नेहरू कहते थे कि बच्चे देश का भविष्य है इसलिए ये जरूरी है कि उन्हें प्यार दिया जाए और उनकी देखभाल की जाए जिससे वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें. बाल दिवस (Bal Diwas) के दिन स्कूलों में तरह-तरह के रंगारंग कार्यक्रमों, मेलों और ढेर सारी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. इस दिन स्‍कूलों में बच्‍चों के बीच मिठाई और टॉफियां बांटी जाती हैं. कई जगह बच्‍चों को गिफ्ट भी दिए जाते हैं.

14 नवंबर को क्यों मनाते हैं बाल दिवस (Why Children's Day is celebrated on 14th November)

भारत और विश्व दोनों जगहों पर बाल दिवस मनाया जाता है। लेकिन सबसे पहले 1925 में इस दिन की शुरुआत हुई थी। ये दिन पढ़ाई करने वाले बच्चों के लिए होता है, पिकनिक, गिफ्ट और स्कूल में कार्यक्रम किए जाते हैं। 1954 में संयुक्त राष्ट्र ने 20 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। जिसके चलते हर साल 20 नवंबर को पूरी दुनिया में बाल दिवस मनाया जाता था। लेकिन 1964 में जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद भारत में 14 नवंबर को 14 दिवस मनाने का ऐलान किया गया। नेहरु के निधन से पहले भारत में भी 20 नवंबर को ही ये खास दिन मनाया जाता था। 14 नवंबर 1889 को नेहरु का जन्म हुआ था और उन्हें बच्चों और गुलाब के फूलों से बहुत प्यार था। उन्हें बच्चे प्यार से चाचा नेहरू कहा करते थे।

बाल दिवस का इतिहास (Childrens Day History Significance)

अलग-अलग देशों में अलग-अलग तारीखों में बाल दिवस मनाया जाता है। भारत में बाल दिवस 1964 में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद मनाया जाने लगा। हालांकि बाल दिवस 1925 से मनाया जाने लगा था, लेकिन संयुक्त राष्ट्र ने 20 नवंबर 1954 को इसे मनाने का ऐलान सर्वसम्मति से किया था। ऐसे में अब सवाल आता है कि बाल दिवस पर क्या किया जाता है। बाल दिवस पर स्कूल की छुट्टी नहीं होती है। लेकिन बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। स्कूलों में छात्रों को गिफ्ट और एक्टिविटि्ज करवाई जाती हैं। इस दिन स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती है। कई स्कूल इस दिन बच्चों को पिकनिक पर लेकर जाते हैं।




बाल दिवस पर कविता ( Children's Day Poem)

1. वो यारों की यारी में सब भूल जाना

और डंडे से गिल्ली को दूर उड़ाना

वो होमवर्क से जी चुराना

और टीचर के पूछने पर बहाने बनाना

मुश्किल है बचपन को भुलाना

वो एग्जाम में रट्टे लगाना,

फिर रिजल्ट के डर से घबराना!

वो दोस्तों के साथ साईकिल चलाना!

वो छोटी-छोटी बातो पर रूठ जाना

मुश्किल है बचपन को भुलाना

2. बाल-दिवस है आज साथियो, आओ खेलें खेल ।

जगह-जगह पर आज मची है, खुशियों की रेलमपेल ।

वर्षगाँठ चाचा नेहरू की, फिर से आई है आज…

उन जैसे नेता पर पूरे भारतवर्ष को है नाज।

दिल से इतने भोले थे वो, जितने हम नादान,

बूढ़े होने पर भी मन से थे वे सदा जवान ।

हमने उनसे मुस्काना सीखा, सारे संकट झेल

हम सब मिलकर क्यों न रचाए ऐसा सुख संसार

जहां भाई भाई हों सभी, छलकता रहे प्यार,

न हो घृणा किसी ह्रदय में, न द्वेष का वास,

न हो झगडे कोई, हो अधरों का हास,

झगडे नहीं परस्पर कोई, सभी का हो आपस में मेल,

पड़े जरूरत देश को, तो पहन लें हम वीरों का वेश,

प्राणों से बढ़कर प्यारा है हमें अपना देश,

दुश्मन के दिल को दहला दें, डाल कर नाक नकेल

बाल दिवस है आज साथियों, आओ खेलें खेल…

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