चीनी सेना ने सिंधु नदी के पास बैनर और झंडे लहराए, जानें इसके पीछे क्या है असल वजह

चीनी सेना ने सिंधु नदी के पास बैनर और झंडे लहराए, जानें इसके पीछे क्या है असल वजह
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चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने डेमचुक में सिंधु नदी के पास बैनर और चीनी झंडे लहराए हैं।

चीन ने एक बार फिर सीमा पर आक्रामक रुख अपनाया है। चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने डेमचुक में सिंधु नदी के पास बैनर और चीनी झंडे लहराए हैं। इस दौरान चीनी सेना के साथ कुछ नागरिक भी मौजूद थे। यह घटना 6 जुलाई की है। इससे पहले पीएम मोदी ने दलाई लामा को उनके जन्मदिन पर बधाई दी थी।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह कार्रवाई चीन ने की है। जब डेमचुक में स्थानीय लोग बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा का जन्मदिन मना रहे थे। इस दौरान करीब पांच गाड़ियां खड़ी नजर आईं। इस इलाके में एक से डेढ़ घंटे तक रहे।

दरअसल, दलाई लामा के मुद्दे पर चीन अक्सर भारत का विरोध करता है। दलाई लामा लंबे समय से भारत में रहे हैं। खास बात यह है कि दलाई लामा के जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे फोन पर बात की। साथ ही सोशल मीडिया के जरिए उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। जिसे चीन के लिए कड़ा संदेश माना जा रहा था।

बता दें कि लद्दाख की सीमा पर भारत और चीन के बीच काफी समय से तनाव चल रहा है। साल 2020 में अप्रैल-मई में चीन की ओर से लद्दाख सीमा में घुसपैठ की कोशिश की गई थी। इसके बाद से भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस दौरान दोनों देशों की सेनाओं के बीच कई बार झड़प भी हो चुकी है। दोनों देशों ने इस विवाद को सैन्य स्तर की बातचीत से खत्म करने का प्रयास किया है। हालांकि कई दौर की बातचीत के बाद भी अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला है। साथ ही लंबे समय से बातचीत भी बंद है।

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