'अग्निपथ' के विरोध में भड़की हिंसा के पीछे कोचिंग सेंटर्स का हाथ, डीएम ने कहा- गिरफ्तार हुए लोगों के मोबाइल से मिले भड़काऊ मैसेज

केंद्र की मोदी सरकार (Central Government) द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना(Agneepath Scheme) के खिलाफ बिहार के कई शहरों में हुई हिंसा पर पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह (DM Chandrashekhar Singh) ने शनिवार को बड़ा दवा किया है। चंद्रशेखर सिंह ने कहा इस हिंसा को भड़काने के लिए कई कोचिंग सेंटरों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। डीएम ने कहा कि इन कोचिंग संस्थानों ने लोगों को हिंसा के लिए उकसाया है।
पटना के डीएम (DM Patna) ने बताया है कि इन संस्थानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज (FIR registered) कर सख्त कार्रवाई की जाएगी है। उन्होंने कहा कि हिंसक विरोध के मामले में गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में यह भी पता चला है कि 7 से 8 कोचिंग सेंटरों ने इन लोगों के फोन पर व्हाट्सएप (WhatsApp) के जरिए हिंसक संदेश भेजे हैं। चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि हम पूरी तरह अलर्ट पर हैं।
इस मामले में 170 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिनमें से अब तक 46 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। डीएम ने कहा है कि गिरफ्तार किए गए लोगों के मोबाइल से कुछ कोचिंग सेंटरों के वीडियो फुटेज और व्हाट्सएप चैट मिले हैं। इनके आधार पर कोचिंग सेंटरों की भूमिका की जांच की जा रही है, डीएम चंद्रशेखर ने कहा कि मामले में दोषी पाए जाने पर कोचिंग सेंटरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रदर्शन को लेकर बिहार में पुलिस अलर्ट (Police Alert) पर है। रेलवे स्टेशनों पर भारी संख्या में पुलिस बल (Police Force) को तैनात किया गया है। बता दें कि पिछले चार दिनों में बिहार में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन के 60 डिब्बे समेत 11 इंजनों को आग के हवाले कर दिया है। अब तक 700 करोड़ की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। राज्य के 15 जिलों में हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी है।
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