CIC हीरालाल सामरिया की नियुक्ति पर अधीर रंजन भड़के, कहा- मुझे अंधेरे में रखा गया

Adhir Ranjan Chaudhary on CIC appointment: देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कल राष्ट्रपति भवन में एक समारोह के दौरान 63 वर्षीय हीरालाल सामरिया को केंद्रीय सूचना आयोग के प्रमुख के रूप में शपथ दिलाई। हरिलाल सामरिया इस महत्वपूर्ण पद पर पहुंचने वाले दलित समुदाय के पहले व्यक्ति हैं। हालांकि उनकी नियुक्ति पर अब विवाद छिड़ गया है। सूचना आयुक्त की नियुक्ति करने वाली समिति के सदस्य और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने इस नियुक्ति पर नाराजगी जताई है।
अधीर रंजन ने राष्ट्रपति मुर्मू को लिखा पत्र
राष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह बेहद दुखद है। मैं भारी मन से लिख रहा हूं कि मुख्य सूचना आयुक्त की नियुक्ति में सभी लोकतांत्रिक मानदंडों, नियमों और प्रक्रियाओं को ताक पर रख दिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार ने न तो मुझसे सलाह ली और न ही चयन के बारे में उन्हें कोई जानकारी दी गई। बता दें कि सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के अनुसार, सीआईसी और सूचना आयुक्तों की नियुक्ति प्रधानमंत्री और लोकसभा में विपक्ष के नेता की अध्यक्षता वाली समिति की सिफारिश पर राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। समिति में लोकसभा में विपक्ष के नेता और प्रधानमंत्री द्वारा नामित एक केंद्रीय मंत्री शामिल होते हैं।
Congress leader and LoP in Lok Sabha Adhir Ranjan Chowdhury writes a letter to President Droupadi Murmu regarding the selection of the Chief Information Commissioner Heeralal Samariya.
— ANI (@ANI) November 7, 2023
The letter reads "...I, despite being a Member of the Selection Committee in my capacity as… pic.twitter.com/dQt5odtrjC
कांग्रेस नेता बोले- नियमों का उल्लघंन
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि विपक्षी दल के नेता या सदन में सबसे बड़े दल के नेता या विपक्ष के नेता को राज्यसभा में बुलाया जाना चाहिए था। जब आदर्श आचार संहिता लागू है, तब मुख्य सूचना आयुक्त की नियुक्ति असंसदीय और नियमों और विनियमों का उल्लंघन है।
कौन हैं हीरालाल सामरिया
हीरालाल सामरिया 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और राजस्थान के भरतपुर जिले के निवासी हैं। उनका जन्म 14 सितंबर 1960 को पहाड़ी गांव में हुआ था। उन्होंने साल 1982 में एमएनआईटी जयपुर राजस्थान विश्वविद्यालय से बीई (Civil) ऑनर्स की डिग्री प्राप्त की और उसके बाद 1985 में तेलंगाना कैडर में भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हो गए। उनके बेटे पीयूष समारिया भी एक आईएएस अधिकारी हैं। सामरिया श्रम और रोजगार मंत्रालय में सचिव और अतिरिक्त सचिव रह चुके हैं। इसके अलावा वह विद्युत वितरण कंपनी आंध्र प्रदेश के सीएमडी, आंध्र प्रदेश ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन के सीएमडी और सिंचाई विभाग के सचिव भी रहे हैं।
अभी भी 8 पद खाली
सामरिया की मुख्य सूचना आयुक्त के रूप में नियुक्ति के बाद अभी भी आठ सूचना आयुक्तों के पद खाली हैं। वर्तमान समय में, आयोग में केवल दो सूचना आयुक्त हैं। मुख्य सूचना आयुक्त जिस आयोग का अध्यक्ष होता है उसमें अधिकतम 10 सूचना आयुक्त हो सकते हैं।
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