देश में ओमिक्रॉन ने बढ़ाई टेंशन, केंद्र ने राज्य सरकारों को दी ये एडवाइजरी जारी करने के निर्देश, दिल्ली में आए सबसे ज्यादा केस

कोरोना वायरस (coronavirus) के नए वेरिएंट 'ओमिक्रॉन' (New variant 'Omicron') लगातार देश भर में पैर पसारता जा रहा है। इसके बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) के खेमे में हलचल मच गयी है। वही इस पर काबू पाने के लिए केंद्र और सभी राज्य सरकार प्रशासन को तमाम निर्देश दे रही है। इसी बीच राजधानी दिल्ली में बुधवार को ओमिक्रॉन वेरिएंट के 3 और नए मामले सामने आए है। इसकी जानकारी दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग (health Department) ने दी। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दिल्ली में आज ओमिक्रॉन के 3 नए मामले की पुष्टि हुई है।
जिसके बाद राजधानी में ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या बढ़कर 57 हो गई है। फिलहाल इन 57 मरीजों में से 17 को छुट्टी दे दी गई है और 40 का इलाज चल रहा है। नए मामले आने के बाद दिल्ली देश में सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन के मरीजों वाला राज्य बन गया है। वही इससे निपटने के लिए केजरीवाल सरकार ने कमर कस ली है। इसकी तैयारी को लेकर मुख़्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को (यानी कल ) एक अहम बैठक बुलाई गई है।
बता दे देश में अब कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के कुल 213 मामले हैं। और सबसे ज्यादा मामले राजधानी में हैं। ओमिक्रॉन के मामले में अभी तक महाराष्ट्र आगे था लेकिन दिल्ली ने अब इसे पीछे छोड़ दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी राज्यवार ओमिक्रॉन मामलों की सूची के अनुसार, अब दिल्ली में इस प्रकार के सबसे अधिक 57 मामले हैं और महाराष्ट्र में 54 मामले हैं। इसके अलावा कर्नाटक में ओमिक्रॉन 19, राजस्थान में 18, केरल में 15, गुजरात में 14, जम्मू-कश्मीर में 3, ओडिशा में 2, उत्तर प्रदेश में 2, आंध्र प्रदेश में 1, चंडीगढ़ में 1, लद्दाख में 1, तमिलनाडु में 1, पश्चिम बंगाल में भी 1 मरीज मिला है।
वहीं, ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर संक्रमण को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है। केंद्र ने पत्र में ओमिक्रॉन को वार रूम को सक्रिय करने की सलाह देते हुए कहा है कि यह डेल्टा से तीन गुना अधिक संक्रामक है। साथ ही कोरोना से जुड़े हर अपडेट पर नजर रखते हुए स्थानीय और जिला स्तर पर सख्त और त्वरित कदम उठाने के भी निर्देश दिए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को लिखे पत्र में कहा है कि टेस्टिंग और सर्विलांस बढ़ाने के अलावा रात में कर्फ्यू लगाने, बड़ी सभाओं पर रोक लगाने, शादियों और अंत्येष्टि में लोगों की संख्या सीमित करने जैसे कदम उठाए जाएं। साथ ही उन्होंने पत्र में जिला स्तर पर कंटेनमेंट जोन बनाने, कंटेनमेंट जोन की सीमा तय करने, लगातार मामलों की समीक्षा करने, अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने जैसे जरूरी कदम उठाने की सलाह दी है।
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