राहुल गांधी की सुरक्षा चूक मामले पर CRPF का आया जवाब, जानें कितनी बार खुद तोड़ा सिक्योरिटी प्रोटोकॉल

राहुल गांधी की सुरक्षा चूक मामले पर CRPF का आया जवाब, जानें कितनी बार खुद तोड़ा सिक्योरिटी प्रोटोकॉल
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भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक के मामले पर अब केंद्रीय अर्धसैनिक बल (सीआरपीएफ) का बयान सामने आ गया है।

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक के मामले पर अब केंद्रीय अर्धसैनिक बल (सीआरपीएफ) का बयान सामने आ गया है। सीआरपीएफ ने दावा करते हुए कहा है कि राहुल गांधी ने खुद भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कई मौकों पर सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ा था। एक दिन पहले ही कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने गृह मंत्री अमित शाह को राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक के मामले पर चिट्ठी लिखी थी।

सीआरपीएफ ने राहुल गांंधी की सुरक्षा चूक पर दिया जवाब

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय अर्धसैनिक बल ने दिल्ली में 24 दिसंबर के पैदल मार्च के दौरान कांग्रेस पार्टी के नेताओं की सुरक्षा में सेंध लगाने के आरोप पर जवाब जारी किया गया है। सीआरपीएफ ने गृह मंत्रालय को जानकारी देते हुए कहा कि राहुल गांधी ने 2020 से अब तक 113 बार सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन किया है। उन्होंने यह भी कहा है कि कई बार भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी ऐसा हुआ है। इसके बारे में सीआरपीएफ ने कई बार उन्हें जानकारी भी दी।

इससे पहले बुधवार को कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिल्ली में राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक का आरोप लगाया था। केसी वेणुगोपाल ने अपनी चिट्ठी में लिखा था कि मैं भारत जोड़ो यात्रा में महत्वपूर्ण सुरक्षा उल्लंघनों पर आपका ध्यान आकर्षित करता हूं। क्योंकि 24 दिसंबर 2022 को भारत जोड़ो यात्रा ने दिल्ली में एंट्री की थी। भारत जोड़ो यात्रा की सुरक्षा से कई बार चूक हुई। दिल्ली पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने और राहुल गांधी की सुरक्षा को बनाए रखने में पूरी तरह से विफल रही। जिन्हें गृह मंत्रालय की ओर से Z+ सुरक्षा दी गई है।

कब मिलती है Z+ सुरक्षा

जब किसी भी व्यक्ति को गृह मंत्रालय की ओर से जेड प्लस सुरक्षा मिलती है तो इसमें कम से कम 50 से ज्यादा जवाब तैनात होते हैं। सरकार की ओर से ये सुरक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री, सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के न्यायाधीश, मशहूर राजनेता व बड़े ब्यूरोक्रेट्स को दी जाती है। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के कमांडो, एसपीजी कमांडो, आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवानों को सुरक्षा में तैनात किया जाता है।

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