Cyclone Vayu Live : गुजरात में तूफान का खतरा कम होने का अनुमान, तटीय इलाकों को लेकर अलर्ट जारी

Cyclone Vayu Live : गुजरात में तूफान का खतरा कम होने का अनुमान, तटीय इलाकों को लेकर अलर्ट जारी
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Cyclone Vayu Live : चक्रवात वायु को लेकर गुजरात (Cyclone Vayu Gujarat) के दस जिलों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है और आज चक्रवात वायु के तट से टकराने के 24 घंटे बाद तक 'वायु' का असर बने रहने की आशंका है। 3 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है।

Cyclone Vayu Live : चक्रवात वायु को लेकर गुजरात (Cyclone Vayu Gujarat) के दस जिलों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है और आज चक्रवात वायु के तट से टकराने के 24 घंटे बाद तक 'वायु' का असर बने रहने की आशंका है। 2.6 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 45 सदस्यों वाले राहत दल की करीब 52 टीमें गठित की गई हैं और सेना की दस टुकड़ियों को तैयार रखा गया है। इसके अलावा भारतीय नौ सेना के युद्धपोतों और विमानों को भी तैयार रहने को कहा गया है। गृह मंत्रालय ने बताया कि इस दौरान हवा की रफ्तार 170 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। इसे देखते हुए दस जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।

Cyclone Vayu Live लोकेशन


Cyclone Vayu Live अपडेट

गुजरात के वलसाड में तेज हवाएं चल रही है। मौसम विभाग के मुताबिक वायु चक्रवात गुजरात से नहीं टकराएगा, लेकिन तटीय जिलों को जरूर प्रभावित करेगी और इसका असर 24 घंटे तक रहेगा।

चक्रवात वायु ने अपनी दिशा बदल ली है अब वो तट से टकराकर वापस चला जाएगा। तूफान के चलते सभी इलाकों को खाली कर दिया गया है।

थोड़ी देर में गुजरात तट से निकल जाएगा वायु चक्रवात, लेकिन तेज हवाओं को लेकर अलर्ट जारी

वायु चक्रवात नहीं छुएगा गुजरात, पोरबंदर और द्वारका को लेकर हाई अलर्ट, एनडीआरएफ की टीमें तैनात

गुजरात में वायु चक्रवात के अलर्ट के बावजूद लोगों ने सोमनाथ मंदिर का दौरा किया।

वायु चक्रवात को लेकर गुजरात के मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा ने कहा कि ये कुदरति आफत है, कुदरत ही रोक सकती है, कुदरत को हम क्या रोक सकते हैं।

महाराष्ट्र में 12 और 13 जून वायु चक्रवात को देखते हुए, कोकण क्षेत्र के सभी समुद्र तटों को जनता के लिए बंद कर दिया गया है।

गुजरात के राजकोट में अलर्ट के बावजूद लोगों की मदद के लिए खाने के पैकेट तैयार कर भेज रहे हैं।

गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में सोमनाथ मंदिर के मेन गेट पर तेज हवाओं की वजह से एक हिस्सा क्षतिग्रस्त

भारत मौसम के मुताबिक, 13 जून तक महाराष्ट्र तट और पूर्वी तटवर्ती अरब सागर के उत्तरी भागों के साथ-साथ समुद्र की स्थिति बहुत अधिक भयंकर होने की आशंका है।

मौसम विभाग ने कहा समुद्र की स्थिति अगले 12 घंटों के हाई अलर्ट रहेगा और विभाग ने लोगों को 13-15 तक गुजरात के तटों को लेकर सतर्क रहने के लिए कहा है।

मौसम विभाग ने कहा कि सौराष्ट्र तट के साथ उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ेगा तूफान। जो अमरेली को प्रभावित करेगा। वहीं गिर सोमनाथ, दीव, जूनागढ़, पोरबंदर, राजकोट, जामनगर, देवभूमि द्वारका और कच्छ में हवा की गति 155-165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार हो सकती है।

गुजरात में पोरबंदर के चौपाटी समुद्र तट का कुछ ऐसा नजारा है। आज इस इलाके से होकर गुजरेगा तूफान।

चक्रवात वायु की वजह से पोरबंदर, दीव, भावनगर, केशोद और कांडला हवाई अड्डों पर बृहस्पतिवार रात 12 बजे से शुक्रवार रात 12 बजे तक उड़ानों का परिचालन बंद रहेगा :एएआई।

सौराष्ट्र और कच्छ के निचले इलाकों से लोगों को निकाला गया है। बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर सुरक्षा की दृष्टि से कामकाज रोक दिया गया है। कई ट्रेनों को भी रद्द कर दिया गया है।

मौसम की ताजा जानकारी के अनुसार यह चक्रवात अब 'बेहद गंभीर' की श्रेणी में आ गया है और यह अब दक्षिण के वेरावल से पश्चिम में द्वारिका तक कहीं भी गुरूवार दोपहर तक तट से टकरा सकता है।

यह तूफान दक्षिण में 280 किलोमीटर दूर है और इसके उत्तर की तरफ बढ़ने की आशंका है। यह तूफान 155-160 से लेकर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से द्वारिका और वेरावल के मध्य तट से टकरा सकता है।

तट पर पहुंचने के बाद चक्रवात के सौराष्ट्र एवं कच्छ के समांतर बढ़ने की आशंका जताई गई है। इसे देखते हुये राज्य के दस जिलों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 45 सदस्यों वाले राहत दल की करीब 52 टीमें गठित की गई हैं और सेना की दस टुकड़ियों को तैयार रखा गया है।

इसके अलावा भारतीय नौसेना के युद्धपोतों और विमानों को भी तैयार रहने को कहा गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों को सुरक्षित रहने के लिए स्थानीय एजेंसियों द्वारा मुहैया कराई जा रही जानकारी का अनुसरण करते रहने के लिए कहा है।

प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा है कि चक्रवात वायु से प्रभावित होने वाले सभी लोगों की सुरक्षा और हित के लिए प्रार्थना करता हूं। सरकार और स्थानीय एजेंसी जानकारी मुहैया करा रही हैं, जिसका मैं प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों से अनुसरण करने का अनुरोध करता हूं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को लोगों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाने का निर्देश दिया।

राज्य सरकार ने बताया कि चक्रवात से कच्छ, मोरबी, जामनगर, जूनागढ़, देवभूमि-द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, अमरेली, भावनगर और गिर-सोमनाथ जिले प्रभावित हो सकते हैं।

मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गांधीनगर में एक समीक्षा बैठक के बाद कहा कि राज्य सरकार ने गुजरात के तट पर स्थित सभी बंदरगाहों पर संचालन रोकने का निर्णय किया है।

ऐहतियाती कदम के तौर पर सौराष्ट्र क्षेत्र के सभी हवाई अड्डे भी चक्रवात समाप्त होने तक बंद रहेंगे। उन्होंने कहा कि उस क्षेत्र में स्थित तीर्थस्थलों के लिए बस सेवाएं भी रद्द कर दी गई हैं।

पश्चिम रेलवे ने वायु चक्रवात को देखते हुये 15 ट्रेनों को निरस्त और 16 ट्रेनों को आंशिक रूप से समाप्त कर दिया है। इसके अलावा सुरक्षा के कई इंतजाम किए गए हैं।

वेरावल, ओखा, पोरबंदर, भावनगर, भुज और गांधीधाम में यात्रियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाये गए हैं।




सुझाएं गये कदम :

मछली मारने की कार्रवाई पूरी तरह स्‍थगित

तटों पर झुग्गियों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचाना

प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को घरों के अंदर रहने को कहना।

मोटर-बोट चालन असुरक्षित।

भारी वर्षा तथा तूफान की तेजी से तटों के पास निचले इलाकों का जलमग्‍न होना।

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