कोरोना वायरस से लड़ने के लिए रक्षा मंत्रालय आया आगे, एनसीसी कैडेट्स को दी हरी झंडी

कोरोना वायरस से लड़ने के लिए रक्षा मंत्रालय आया आगे, एनसीसी कैडेट्स को दी हरी झंडी
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रक्षा मंत्रालय ने यूपी समेत देश के अन्य जगहों पर एनसीसी के कैडेट की मदद लेने के लिए दी मंजूरी, 18 साल से ज्यादा उम्र के कैडेट्स की ली जाएगी मदद।

कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अब रक्षा मंत्रालय (Defence Ministry of India)सामने आया गया है। कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए रक्षा मंत्रालय ने लॉकडाउन (Lockdown) के बीच एनसीसी कैडेट्स को मदद के लिए आगे आने को हरी झंडी दे दी है। मंत्रालय ने 18 साल से अधिक उम्र के एनसीसी के सीनियर कैडेट्स को स्वयं सेवक के रूप में तैनात करने की अनुमति दी है। वही एनसीसी ने भी राज्य और जिला स्तर पर अपने नोडल अधिकारी तय कर दिए हैं। शासन इन एनसीसी कैडेटों की मदद लोगों को सामान पहुंचाने से लेकर अन्य कई कामों में ले सकती है।

एनसीसी के सीनियर कैडेट की ली जाएगी मदद

जानकारी के अनुसार, कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन के बीच राज्य सरकारों ने शासन से एनसीसी की मदद लेने के लिए अनुमति देने की मांग की थी। इस पर रक्षा मंत्रालय (Defence Ministry) ने अनुमति देते हुए (NCC Senior Candidate) एनसीसी के सीनियर कैडेट को स्वंय सेवक के रूप में आगे आने के आदेश दे दिये हैं। इसमें एनसीसी के 18 साल के युवाओं की मदद लेने के साथ ही एसोसिएट एनसीसी अफसर के नेतृत्व में सीनियर एनसीसी कैडेट्स की नियुक्ति (Ncc Candidate Posted) करेगा। सभी को कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को भर्ती कराने से लेकर लोगों की मदद के लिए सामग्री पहुंचाने जैसे कामों के लिए मदद के रूप में लगाया जाएगा। इस दौरान सभी को अलग अलग जिम्मेदारी दी जाएगी। इस दौरान एनसीसी कैडेट्स को हेल्पलाइन, कॉल सेंटर में भी तैनात किया जा सकता है।

ज्यादातर राज्यों में सरकार लेगी एनसीसी कैडेट्स की मदद

रक्षा मंत्रालय की अनुमति के बाद यूपी ही नहीं बल्कि हरियाणा, राजस्थान समेत अन्य राज्यों में सरकार ने एनसीसी कैडेट्स की मदद के लिए (Defence Ministry) रक्षा मंत्रालय से अनुमति की गुहार लगाई थी। अनुमति मिलने के बाद अब एनसीसी ने शासन (Government) से संपर्क कर सहयोग का प्रस्ताव दे दिया है। वहीं यूपी में करीब 1.25 लाख एनसीसी कैडेट हैं, जिनमें 70 हजार से अधिक सीनियर कैडेट हैं। मंत्रालय ने इन कैडेट्स से हेल्पलाइन और कॉल सेंटर के अलावा दवा से लेकर खाना व जरुरी सामान पहुंचाने के साथ खाना पकवाने और उनकी पैकिंग में सहयोग देने के निर्देश दिए हैं।

देश के अलग अलग हिस्सों में मेडिकल सप्लाई पहुंचा रही सेना

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, करीब 8,500 आर्मी के डॉक्टर और सपोर्ट स्टाफ कोरोना से लड़ने के लिए नागरिक प्रशासन के मदद के लिए तैयार हैं। बताया जा रहा है कि वायुसेना के विमान लगातार मेडिकल साजोसमान देश के अलग-अलग कोने तक पहुंचा रहे हैं। अब तक करीब 25 टन मेडिकल सप्लाई को देश के अलग अलग हिस्सों में पहुंचाया गया है। इतना ही नहीं सेना ने करीब 50,000 लीटर सैनिटाइजर दिल्ली पुलिस सहित कई सुरक्षा एजेंसियों को दिया है। और 40 हजार मॉस्क दिल्ली पुलिस को सप्लाई किए गये हैं।

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