Delhi Pollution: लाहौर के बाद दिल्ली बना दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर, जानें राजधानी में वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी की 5 वजह

देश की राजधानी दिल्ली में 24 अक्टूबर से हवा की गुणवत्ता बिगड़नी शुरू हुई जो अब खराब से बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। दिवाली से पहले ही शहर की हवा लगातार बिगड़ रही थी। लेकिन बीच में ये खराब श्रेणी में थी। दिल्ली के आनंद विहार इलाके में सबसे खराब एक्यूआई 350 दर्ज किया गया। जबकि शुक्रवार सुबह को एक्यूआई 329 दर्ज हुआ था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पूरा शहर धूल की स्मॉग से ढक गया, जिसके बाद दुनिया में पाकिस्तान के लाहौर शहर के बाद दिल्ली सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की रैंक में पहुंच गया है। एक्यूआई के मुताबिक, दिल्ली के आनंद विवाह इलाके में वायु गुणवत्ता 350 दर्ज हुई है। 50 से नीचे की रीडिंग को सुरक्षित, 51 से 100 को संतुष्ट और उससे ऊपर यानी 300 को गंभीर और बेहर खराब श्रेणी में दर्ज किया जाता है।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता 24 अक्टूबर से ही बिगड़ने लगी थी। जिसके बाद एक्यूआई खराब से बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया। 25 अक्टूबर को दिवाली के बाद दिल्ली में वायु गुणवत्ता 312 दर्ज हुआ था। जो कि बीते 7 सालों में दूसरी बार सबसे अच्छा दिवाली का दिन रहा था। इससे पहले साल 2018 में दिवाली के दिन एक्यूआई 281 दर्ज हुआ था।
दिल्ली में वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी की 5 वजह
1. औद्योगिक
2. वाहन
3. निर्माण कार्य
4. पराली
5. आतिशबाजी
स्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) ने बताया कि दिल्ली में 46 फीसदी वायु प्रदूषण सर्दियों के महीनों में पराली जलने की वजह से होता है। पंजाब और हरियाणा में पराली जलने की वजह से दिल्ली की हवा खराब हो जाती है। पंजाब सरकार के प्रयासों के बावजूद इस साल भी पराली जलाने का सिलसिला हमेशा की तरह शुरू हो गया है। साथ ही दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ते ही सरकार एक्शन में आ गई है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने 33 टीमों का गठन किया है।
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