Air Pollution: दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में खूब जल रही पराली, पंजाब में इस साल अब तक 1764 मामले दर्ज

Air Pollution: दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में खूब जल रही पराली, पंजाब में इस साल अब तक 1764 मामले दर्ज
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Delhi Pollution: दिल्ली के पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। जिसका असर दिल्ली में दिखाई दे रहा है। राजधानी में प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है।

Delhi Pollution: दिल्ली में सर्दी के साथ ही प्रदूषण का आगमन हो गया है। वायु प्रदूषण ने इस बार भी राष्ट्रीय राजधानी को अपने आगोश में ले लिया है। हर साल की तरह इस साल भी प्रदूषण पर नियंत्रण पाने में दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार फेल दिखाई दे रही है। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली और पंजाब की सरकार के लाख कोशिशों के बाद भी पराली जलाने पर नियंत्रण नहीं लगा सकी। इसका परिणाम है कि इस बार भी दिल्ली वायु प्रदूषण से घिरती जा रही है।

हरियाणा-पंजाब में जलाई जा रही

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा और पंजाब में हर बार की तरह इस बार भी पराली जलाने के मामले सामने आने लगे हैं। दोनों राज्यों में पराली जलाने के मामलों पर नियंत्रण के दावे दम तोड़ते नजर आ रहे हैं। दोनों प्रदेश में धड़ल्ले से पराली जलाई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हर दिन पराली जलाने के मामले सामने आ ही जाते हैं। पंजाब में इस साल अब तक 1764 जगहों पर पराली जलाने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें 42 मामलों में 112000 का जुर्माना लगाया गया है।

वहीं, हरियाणा की बात की जाए तो यहां भी पराली जलाने के लगातार मामले सामने आते हैं। प्रदेश में धड़ल्ले से पराली जलाई जा रही है। इस बार हरियाणा में पराली जलाने के मामलों ने पिछले 4 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 15 सितंबर से एक अक्तूबर तक हरियाणा में पराली जलाने के 112 मामले दर्ज किए गए हैं।

सरकार के दावे फेल

इन मामलों के सामने आने के बाद से यह साफ हो गया है कि पंजाब और दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब पराली जलाने के मामले कम होने के दावे करती है, लेकिन हकीकत उसके दावों से बिल्कुल अलग है। अगर सरकार सही मायने में पराली जलाने के मामलों पर प्रतिबंध लगाना चाहती है, तो दोनों राज्यों की सरकार को किसानों को पूरी तरह जागरूक करना होगा। इसके अलावा उन्हें संसाधन उपलब्ध कराने होंगे। इसके बाद ही पराली की समस्या से निजात मिल सकती है।

पराली जलाने पर लगता है जुर्माना

बता दें कि प्रदूषण पर नियंत्रण करने के लिए एनजीटी ने साल 2013 में ही पराली को जलाने पर रोक लगा दी थी। नियम की अवहेलना करने पर 2500 रुपये जुर्माना और पर्यावरण को नुकसान के लिए 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था, लेकिन इसका ज्यादा असर पड़ता नहीं दिखाई दे रहा है। पराली जलाने की घटनाएं साल दर साल बढ़ती रही हैं।

दिल्ली में प्रदूषण का कहर जारी

बता दें कि पडोसी राज्यों में पराली जलाने का असर राजधानी दिल्ली पर प्रदूषण का कहर बन कर छा गया है। यहां लोगों का खुले में सांस लेना दूभर हो गया है। आज मंगलवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 303 दर्ज किया गया, जो कि 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। राजधानी के अलग-अलग इलाकों में AQI कहीं कम और कहीं ज्यादा देखने को मिला है।

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