Haribhoomi-Inh Exclusive: जब प्रधान संपादक डॉ हिमांशु द्विवेदी ने पूछा - क्या कीचड़ में कमल के जैसे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सुनें विपक्षी पार्टी के नेताओं का जवाब

Haribhoomi-Inh Exclusive: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 अक्टूबर 2001 को गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। लेकिन उनके सीएम कार्यकाल के दौरान ही उन्हें प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर देखा जाने लगा था। कुछ लोगों का मानना था कि नरेंद्र मोदी एक बेहतरीन प्रधानमंत्री के रूप में देश का कार्यभार संभालने की क्षमता रखते हैं। वहीं गुजरात दंगे के कारण कुछ लोग उनकी शख्सियत पर सवाल भी खड़े करने लगे थे। लेकिन फिर जब उन्होंने देश के प्रधानमंत्री के तौर पर कार्यभार संभाला, तो देश में काफी बेहतर चीजें हुई। इससे देश के अधिकांश लोगों के मन में उनके लिए एक भरोसा उत्पन्न होने लगा।
प्रधान संपादक डॉ हिमांशु द्विवेदी ने मोदी 'राज' के 20 साल चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री की शख्सियत के विभिन्न पहलूओं की चर्चा की। साथ ही विपक्षी पार्टी के नेताओं से भी इस विषय में उनकी राय जानने की कोशिश की। इस दौरान प्रधान संपादक महोदय ने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कीचड़ में कमल के जैसे हैं? उनके इस सवाल पर विपक्षी पार्टी के नेताओं का जवाब काफी दिलचस्प ढ़ंग से सामने आया। बता दें कि इस चर्चा में प्रधान संपादक डॉ हिमांशु द्विवेदी के साथ सीनियर बीजेपी नेता प्रेम प्रकाश पांडेय, सीनियर कांग्रेस नेता असलम शेर खान, सीपीआई(एम) के नेता बादल सरोज और सीनियर जर्नलिस्ट श्रवण गर्ग शामिल हुए।
दुनिया में हिंदुवादी नेता की छवि
दुनिया में चीन जैसे कई देशों ने उनपर हिंदुवादी नेता होने का आरोप लगाया। उन देशों का कहना था कि नरेंद्र मोदी ने हिंदुवादी नेता के तौर पर मुसलमानों के साथ गलत व्यवहार किया है। लेकिन नरेंद्र मोदी की ये खासियत रही है कि उन्होंने बातों से नहीं, बल्कि अपने काम से लोगों को जवाब दिया है। वहीं विपक्षी पार्टी के नेता राहुल गांधी भी लगातार नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते रहे हैं। प्रधान संपादक महोदय की इस चर्चा में भी कई विचारधाराओं के दिग्गज शामिल हुए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने-अपने ढ़ंग से समझा और उसी तरह से उनकी शख्सियत के बारे में चर्चा भी की।
गुजरात की जनता के लगातार प्रिय रहे नरेंद्र मोदी
प्रधान संपादक डॉ हिमांशु द्विवेदी ने इस चर्चा के दौरान एक महत्वपूर्ण सवाल किया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी 2002, 2007 और 2012 में लगातार गुजरात के मुख्यमंत्री बने रहे। इसके बाद 2014 में वे प्रधानमंत्री के तौर पर चुनाव लड़ने के लिए आगे आए और उन्हें देशभर की जनता का प्यार मिला। इसके बाद 2019 में पहले से भी ज्यादा वोटों से वो विजयी घोषित किए गए। प्रधान संपादक महोदय ने पूछा कि आखिर नरेंद्र मोदी लगातार कैसे जनता के प्रिय बने रहे? पहले गुजरात और फिर देशभर की जनता का उन्हें प्यार कैसे मिल पाया?
इस सवाल का जवाब काफी महत्वपूर्ण था। इसके साथ ही अगर ये जवाब विपक्षी पार्टी के नेता की ओर से आए तो लोगों की दिलचस्पी और भी ज्यादा बढ़ जाती है। हालांकि इन जवाबों के लिए आपको डॉ हिमांशु द्विवेदी की इस चर्चा से जरूर जुड़ना चाहिए। जवाब जानने के लिए नीचे दिए गए वीडियो को अवश्य देखें।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS