डॉ. रणदीप गुलेरिया बोले- प्रदूषण से सांस के स्वास्थ्य पर होता है बहुत असर, पॉल्यूशन को लेकर जानें और क्या कहा

दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS- एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया (Dr. Randeep Guleria) ने शुक्रवार को बताया कि प्रदूषण (pollution) से सांस की समस्या बढ़ जाती है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि हर साल दिवाली (Diwali) और सर्दियों (winter) के समय उत्तरी भारत में पराली जलाने, पटाखों, दूसरी वजहों से दिल्ली और पूरे इंडो गैंजेटिक बेल्ट (Indo-Gangetic belt) में स्मॉग होता है और कई दिनों तक विजिबिलिटी बहुत खराब रहती है। इसका सांस के स्वास्थ्य पर बहुत असर होता है।
डॉ. रणदीप गुलेरिया ने आगे कहा कि हमने एक अध्ययन किया उसमें हमने देखा कि जब भी प्रदूषण का स्तर ज़्यादा होता है तो उसके कुछ दिन बाद बच्चों और व्यस्कों में सांस की समस्या की इमरजेंसी विजिट बढ़ जाती हैं। ये तय है कि प्रदूषण से सांस की समस्या बढ़ जाती है।
बता दें कि सरकारी वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एजेंसी 'सफर' के मुताबिक, देश की राजधानी दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में पराली जलाने का योगदान 36 फीसदी रहा, जो इस मौसम में अब तक का सबसे ज्यादा उत्सर्जन है। सफर के संस्थापक-परियोजना निदेशक गुफरान बेग ने कहा कि आतिशबाजी से हुए उत्सर्जन के साथ दिल्ली की वायु गुणवत्ता का सूचकांक' गंभीर' श्रेणी के ऊपरी छोर तक पहुंच गया है। पराली जलाने से होने वाले उत्सर्जन का हिस्सा शुक्रवार को 36 प्रतिशत पर पहुंच गया है।
भाजपा पर लगा दिल्ली में प्रदूषण बढ़ाने का आरोप
जानकारी के लिए आपको बता दें कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार के मंत्री गोपाल राय ने भारतीय जनता पार्टी पर राजधानी में प्रदूषण बढ़ाने का आरोप लगाया है। गोपाल राय ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने समर्थकों को फ्री में पटाखे देकर दीपावली के दिन खूब पटाखे जलवाए, जिससे दीपावली की रात दिल्ली का प्रदूषण बढ़ गया।
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