Qatar: कतर में 8 पूर्व नौसेना कर्मियों को सुनाई मौत की सजा, भारत ने कहा- गहरा झटका

Qatar: कतर की एक कोर्ट ने आज गुरुवार को आठ पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को जासूसी के मामले में मौत की सजा सुनाई, जिन्हें पिछले साल अगस्त में गिरफ्तार किया गया था। कतर की कोर्ट के इस फैसले पर भारत सरकार ने गहरा झटका व्यक्त किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह सभी संभावित कानूनी कार्रवाइयों पर विचार कर रहा है।
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि मौत की सजा के फैसले से हम गहरे सदमे में हैं और विस्तृत फैसले का इंतजार कर रहे हैं। हम परिवार के सदस्यों और कानूनी टीम के संपर्क में हैं। इसके साथ ही हम सभी कानूनी विकल्प तलाश रहे हैं।
Verdict in the case of 8 Indians detained in Qatar: We are deeply shocked by the verdict of death penalty and are awaiting the detailed judgement. We are in touch with the family members and the legal team, and we are exploring all legal options. We attach high importance to this… pic.twitter.com/l6yAg1GoJe
— ANI (@ANI) October 26, 2023
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विदेश मंत्रालय ने आगे बताया कि ये आठ लोग कतर में स्थित अल दहारा कंपनी में काम करते हैं। उन्हें पिछले साल अगस्त में कतरी खुफिया सेवा द्वारा जासूसी के आरोपों पर हिरासत में लिया गया था।
बता दें कि इस साल अप्रैल में कहा गया था कि भारतीय एजेंसियां हिरासत में लिए गए भारतीयों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही हैं। वे कथित तौर पर डहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजीज के वरिष्ठ कर्मचारी थे। वह बौनी पनडुब्बियों के निर्माण के लिए एक संवेदनशील परियोजना पर काम कर रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिस समूह पर जासूसी का आरोप लगाया गया है, उसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों द्वारा फंसाया गया है।
हिरासत में लिए गए लोगों में कैप्टन नवतेज सिंह गिल, बीरेंद्र कुमार वर्मा, सौरभ वशिष्ठ, कमांडर अमित नागपाल, पूर्णेंदु तिवारी, सुगुनाकर पकाला, संजीव गुप्ता और नाविक रागेश शामिल हैं।
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