रेल से यात्रा करने पर बुजुर्ग-बच्चों को टिकट में नहीं मिलेगी रियायत, टिकट बुकिंग के लिए चुकाना होगा पूरा शुल्क

रेल से यात्रा करने पर बुजुर्ग-बच्चों को टिकट में नहीं मिलेगी रियायत, टिकट बुकिंग के लिए चुकाना होगा पूरा शुल्क
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रेल प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए कुछ स्पेशल ट्रेनों का परिचालन तो शुरु कर दिया है, लेकिन इन ट्रेनों में सफर करने के लिए 58 साल के ऊपर की महिला और 60 या ऊपर के पुरुष यात्रियों व 10 साल से कम उम्र के बच्चों को टिकिट में 50 फीसदी छूट का फायदा नहीं मिल पा रहा है।

रेल प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए कुछ स्पेशल ट्रेनों का परिचालन तो शुरु कर दिया है, लेकिन इन ट्रेनों में सफर करने के लिए 58 साल के ऊपर की महिला और 60 या ऊपर के पुरुष यात्रियों व 10 साल से कम उम्र के बच्चों को टिकिट में 50 फीसदी छूट का फायदा नहीं मिल पा रहा है। रेलवे इन यात्रियों से सफर नहीं करने का अनुरोध कर रही है, वहीं फायदा नहीं मिलने से लोग काउंटर की खिड़कियों से घर वापस हो रहे हैं।

ट्रेनों का परिचालन शुरु होने के बाद वर्तमान में आरएसी और कंफर्म टिकिट वाले यात्री ही ट्रेन में सफर कर रहे हैं। जनरल यात्रियों के लिए एक अलग कोच में सीटिंग चेयर की व्यवस्था की गई है। स्लीपर, एसी थ्री, एसी टू और फर्स्ट एसी कोच के अलावा जनरल कोच के स्थान पर लगे सीटिंग चेयर कोच की बुकिंग आईआरसीटीसी और आरक्षण कार्यालय में की जा रही है।

यात्रियों की भीड़ बढ़ने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण का भी खतरा काफी अधिक हो चुका है। सफर करने वाले यात्रियों में कई ऐसे लोग हैं, जो वृद्ध और बीमार रहते हैं। इन यात्रियों की बीच सफर में अचानक तबीयत खराब होने के कारण दूसरी परेशानी की भी आशंका बनी रहती है। इसे देखते हुए रेलवे ने 60 वर्ष के पुरुष यात्री, 58 वर्ष की महिला यात्रियों के अलावा 10 साल या 10 साल के नीचे बच्चों को टिकट में दिए जाने वाले 50 फीसदी की छूट को बंद कर दिया है।

वापस हो रहे हैं लोग

वर्तमान में रेलवे ने पुरानी ट्रेनों को स्पेशल बनाकर चलाना शुरु कर दिया है, लेकिन इन ट्रेनों में टिकट में दी जाने वाली छूट को शामिल नहीं किया है। आरक्षण कार्यालय और आईआरसीटीसी से मिलने वाली टिकट बुकिंग दोनों में ही यह सुविधा बंद है। टिकट लेने के लिए लोग काउंटर तक तो पहुंचते हैं, लेकिन छूट नहीं होने के कारण वे वापस चले जाते हैं।

ट्रेनों में बढ़ रही है भीड़

जोन से चलने वाली तीन ट्रेनों में मुम्बई हावड़ा मेल, अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस सहित जनशताब्दी एक्सप्रेस शामिल है। इसमें हावड़ा जाने वाली दोनों ट्रेन मुम्बई-हावड़ा मेल के स्लीपर कोच में वेटिंग 70 से अधिक, सेकेंड एसी में 10, थर्ड एसी में 15 हैं। वहीं अहमदाबाद से हावड़ा की ट्रेन के स्लीपर में 30, थर्ड एसी में 10 और सेकेंड में 5 सहित करीब 140 यात्री वेटिंग की कतार में लगे हुए हैं। दूसरी ओर जनशताब्दी और अहमदाबाद व मुम्बई जाने वाली ट्रेनों में एक सप्ताह तक बर्थ की बुकिंग उपलब्ध है।

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