राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का देश के नाम संबोधन, बोलीं- विविधता और एकता के लिए भारत दुनियाभर में प्रेरणा का स्रोत

आज गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कई अहम बातें कहीं। उन्होंने कहा कि संविधान के लागू होने से लेकर आज तक हमारी यात्रा अद्भुत रही है। संविधान-निर्माताओं की सामूहिक बुद्धिमत्ता से मिले मार्गदर्शन के बिना यह प्रगति संभव नहीं थी। आज कई अन्य देशों को हमसे प्रेरणा मिलती है। देश के प्रत्येक नागरिक को भारत की गौरव-गाथा पर गर्व का अनुभव होता है। उन्होंने आगे कहा कि हम सब एक ही हैं, विभिन्न भाषाओं ने हमें विभाजित नहीं किया है बल्कि हमें जोड़ा है। इसलिए आज भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।
भारत की अर्थव्यवस्था पर देश को गर्व- मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत की अर्थव्यवस्था के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि पिछले साल भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। कोरोना जैसी महामारी आने के बावजूद भारत ने अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में तेजी से विकास किया। महिला सशक्तिकरण अब नारा मात्र नहीं रह गया है बल्कि इसके ऊपर अमल भी किया जा रहा है। आने वाले समय में महिलाएं भारत को बेहतर स्वरूप देने के लिए अधिकतम योगदान देने वाली है। इस वर्ष भारत G20 देशों के समूह की अध्यक्षता कर रहा है। G20 की अध्यक्षता बेहतर विश्व के निर्माण में योगदान हेतु भारत को अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका प्रदान करती है।
देश के वीर सैनिकों को सराहा
अंत में मुर्मू ने कहा कि मैं किसानों, मजदूरों, वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की देश के प्रगति में भूमिकाओं की सराहना करती हूं। देश के तमाम लोगों की सामूहिक शक्ति ही हमारे देश को "जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान" की भावना के अनुरूप आगे बढ़ने में सक्षम बनाती है। मैं उन बहादुर जवानों की विशेष रूप से सराहना करती हूं जो दुश्मनों से भारत की रक्षा करते हैं और किसी भी त्याग तथा बलिदान के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। इसके अलावा देशवासियों को आंतरिक सुरक्षा प्रदान करने वाले अर्ध-सैनिक बलों तथा पुलिस-बलों के बहादुरों की मैं सराहना करती हूं।
देशभर में गणतंत्र दिवस मनाने की तैयारियां जोरों पर
देशभर में गणतंत्र दिवस मनाने की तैयारी जोरों-शोरों से चल रही हैं। कल यानी 26 जनवरी 2023 को पूरा देश 74वां गणतंत्र दिवस के रूप में मनाने वाला है। इसके लिए लोगों के चेहरे पर उत्साह साफ तौर पर दिख रहा है। बता दें कि 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू हुआ था। इसी कारण हर साल 26 जनवरी के दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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