Farmer Protest Updates: अब किसानों और सरकार के बीच 5 दिसंबर को होगी अगली बैठक, MSP को नहीं छुआ जाएगा, यहां पढ़ें दिनभर का पूरा अपडेट

Farmer Protest Updates: केंद्र की मोदी सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में आठवें दिन भी किसानों को विरोध प्रदर्शन दारी है। किसान दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर लगातार डटे हैं। किसानों के आंदोलन को लेकर आज फिर चिल्ला बॉर्डर बंद रहेगा। इसके अलावा टिकरी बॉर्डर, झरोडा बॉर्डर, झटिकरा बॉर्डर भी बंद रहेंगे। यहां से ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार तीनों कृषि कानूनों को खत्म करने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाए। यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो पांच दिसंबर को मोदी सरकार और कॉरपोरेट घराने के खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन किए जाएंगे। बता दें कि आज एक बार फिर से किसानों की केंद्र सरकार के साथ दूसरी बार बातचीत हो रही है। इससे पहले आंदोलन को लेकर गृह मंत्री अमित शाह पंजाब से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिले।
Farmer Protest Updates:
साढ़े 7 घंटे चली किसानों के साथ बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि ज्यादातर बिंदूओं पर सहमति बन गई है। काफी बेहतर रही बैठक, अब अगली बैठक 5 दिसंबर को होगी। जो पांचवे राउंड की बैठक होगी। आंदोलन को लेकर भी किसानों से कहा है कि दिल्लीवालों को परेशानी हो रही है।
The meeting of farmer leaders with the central government concludes. Next meeting to be held on December 5. pic.twitter.com/QxesakLeHM
— ANI (@ANI) December 3, 2020
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार ने कहा कि किसानों की चिंता जायज है, लेकिन हम एमएसपी में कोई बदलाव नहीं करेंगे।
किसानों ने ब्रेक में सरकार के खाने का बहिष्कार कर अपना खाना खाया
केंद्र की मोदी सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में आठवें दिन भी किसानों को विरोध प्रदर्शन कर रहे है। दिल्ली के विज्ञान भवन में आज एक बार फिर से किसानों की केंद्र सरकार के साथ दूसरी बार बातचीत जारी है। इस दौरान विज्ञान भवन में लंच के दौरान अनौखा नजारा देखने को मिला। जब किसान ने केंद्र सरकार का खाने का बहिष्कार कर दिया। वहीं किसान बैठक में अपने साथ ले गये खाने को ही आपस में मिल बांट कर खाते हुये नजर आये। बता दें कि दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ विज्ञान भवन में बैठक के लिए गए किसान ब्रेक के दौरान, सरकार द्वारा किए गए खाने के प्रबंध की जगह अपने लाए हुए खाने को बांटकर खाते हुए दिखे।
कृषि कानूनों में संशोधन से बात बनने वाली नहीं
किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के महासचिव श्रवण सिंह पंढेर ने कहा कि कृषि कानूनों में संशोधन से बात बनने वाली नहीं है, कृषि कानून रद्द करने के अलावा कोई और चारा नहीं है। वहीं किसानों द्वारा नए कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ हो रहे विरोध प्रदर्शन की वजह से NH-24 पर जाम लग गया।
सुखदेव सिंह ढींडसा ने पद्म भूषण लौटाने की घोषणा की
शिरोमणि अकाली दल (डेमोक्रेटिक) के प्रमुख और राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा ने कृषि कानूनों के विरोध में पद्म भूषण लौटाने की घोषणा की।
पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने पद्म विभूषण सम्मान लौटाया
पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने सरकार पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया है। इसकी के साथ पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने सरकार को पद्म विभूषण सम्मान भी लौटा दिया है।
जल्दी इसका कोई हल निकलना चाहिए
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमित शाह से मुलाकत के बाद पत्रकारों से बीतचीत के दौरान कहा कि मैंने गृह मंत्री को पंजाब में अपनी स्थिति दोहराई है और कहा है कि ज़ल्दी इसका कोई हल निकलना चाहिए और पंजाब के किसानों को भी अपील करता हूं कि हम ज़ल्दी इसका हल निकालें क्योंकि इसका पंजाब की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर हो रहा है।
किसानों के बच्चे दोपहर बाद आंदोलन में होते हैं शामिल
ट्रॉलियों में बैठ ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे किसानों के बच्चे, दोपहर बाद आंदोलन में शामिल होते हैं। वहीं सिंघु बॉर्डर पर भीमा आर्मी के नेता चंद्र शेखर ने किसानों से मुलाकात की है।
विज्ञान भवन में सरकार और किसानों के बीच की चर्चा शुरू
दिल्ली के विज्ञान भवन में किसान नेताओं और सरकार के बीच बातचीत शुरू हो गई है। किसानों ने अपनी मांगों को लिखित में सरकार के सामने रखा है। अब हर किसी की नजर इस बैठक पर है।
गणतंत्र दिवस पर परेड में हिस्सा लेंगे
किसान नेता राकेश टिकैत पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि हम बातचीत को लेकर आशावान हैं। आशंका है, बातचीत से कुछ हल निकलेगा। यदि हमारी मांगें नहीं मानी गईं, तो किसान गणतंत्र दिवस पर परेड में हिस्सा लेंगे।
किसानों ने सरकार के सामने कृषि कानूनों पर आपत्तियों का ड्राफ्ट भेजा है। की गईं हैं ये मांगें
1- तीनों कृषि कानून वापस लिया जाए। 2- वायु प्रदूषण के कानून में बदलाव वापस हों। 3- बिजली बिल के कानून में बदला किया जाना चाहिए। 4-एमएपी पर लिखित में भरोसा दिया जाए। 5- कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग पर किसानों को ऐतराज है। 6-किसानों ने कभी ऐसे बिल की मांग की ही नहीं है, ये बिल क्यों लेकर आया। 7- डीजल की कीमत को आधा किया जाए।
थोड़ी देर में किसान नेताओं के सरकार के साथ बातचीत होगी शुरू
कृषि कानूनों पर सरकार के साथ बातचीत के लिए 40 किसान नेता विज्ञान भवन पहुंच गए हैं। जिसके थोड़ी देर में केंद्र सराकर के मंत्रियों के साथ किसान नेताओं की बातचीत शुरू हो गई है।
हम किसानों से कर रहे हैं बात
गाजीपुर बॉर्डर के एसपी सिटी अभिषेक वर्मा ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि हम दिल्ली-यूपी बॉर्डर से ब्लॉक को खोले जानें के लिए किसानों से बात कर रहे हैं। क्योंकि ये आवाजाही का मेन रूट है।
नरेंद्र सिंह तोमर अपने आवास से रवाना हुए
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर अपने आवास से रवाना हुए। नरेंद्र सिंह तोमर आज कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
किसानों में फूट डाने की कोशिश
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के संयुक्त सचिव सुखविंदर सिंह ने कहा पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पूरे भारत में 507 संगठन हैं। मोदी जी सबको क्यों नहीं बुलाते? केंद्र सरकार पूरे देश के संगठनों को बांट रही है उनमें फूट डालने की कोशिश कर रही है। ये लड़ाई पूरे देश के किसानों की है, हम बैठक में नहीं जाएंगे।
एमएसपी था, है और रहेगा
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने कहा है कि किसानों से एक-एक बिन्दु पर बातचीत होगी। किसानों से बात करने के लिए हम हमेशा तैयार हैं, बातचीत करने के बाद ही कोई नतीजा निकलेगा। हम खुले मन से किसानों से बातचीत करेंगे। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर सरकार बहुत स्पष्ट है, एमएसपी था, है और रहेगा। सरकार प्रतिबद्ध है, लिखकर देने के लिए तैयार है।
दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर ट्रैफिक बंद
किसानों के आंदोलन से पहले पुलिस ने चिल्ला बॉर्डर को ट्रैफिक के लिए खोल दिया है। वहीं किसान दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। यहां पर ट्रैफिक बंद कर दिया गया है।
प्रियंका गांधी बोलीं, सरकार को किसानों को सुनना होगा
भाजपा सरकार के मंत्री व नेता किसानों को देशद्रोही बोल चुके हैं, आन्दोलन के पीछे इंटरनेशनल साजिश बता चुके हैं, आन्दोलन करने वाले किसान नहीं लगते बोल चुके हैं। लेकिन आज बातचीत में सरकार को किसानों को सुनना होगा। किसान कानून के केंद्र में किसान होगा न कि भाजपा के अरबपति मित्र।
प्रदर्शन कर रहे किसानों का होगा कोविड-19 टेस्ट
दिल्ली-हरियाणा के बीच सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के लिए डटे किसानों का कोरोना वायरस का टेस्ट कराया जाएगा। डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे धरने पर बैठे ऐसे किसानों की लिस्ट तैयार करें, जिन्हें तेज बुखार है।
आंदोलन के समर्थन में आये गुजरात के किसान
गुजरात से भी किसानों का एक समूह आया है। यह किसान सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान एक आंदोलनकारी ने कहा है कि हम टीवी पर देख रहे थे कि ये आंदोलन हरियाणा और पंजाब का है, लेकिन ये आंदोलन पूरे भारत के किसानों के लिए चल रहा है। हम इस आंदोलन का समर्थन करने आए हैं।
बातचीत के लिए विज्ञान भवन निकले किसान नेता
दोपहर 12 बजे विज्ञान भवन में किसान और सरकार के बीच चौथे दौर की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में 32 किसान संगठन और 3 संयुक्त मोर्चा के किसान नेता शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि किसान नेता बसों पर बैठकर सरकार से बातचीत के लिए विज्ञान भवन निकल गए हैं। थोड़ी देर में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह किसानों के मुद्दों पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। वहीं, किसानों के साथ सरकार की 12 बजे बैठक होगी।
* समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, किसानों के आंदोलन को लेकर आज फिर चिल्ला बॉर्डर बंद रहेगा। इसके अलावा टिकरी बॉर्डर, झरोडा बॉर्डर, झटिकरा बॉर्डर भी बंद रहेंगे।
* बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में धरने के बाद रात काटते किसान। सरकार ने विरोध प्रदर्शन के लिए कि किसानों को यहां जगह दी है।
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