FM Nirmala Sitharaman Live: 10 बैंकों को मिलाकर 4 बैंक बनाए गए, कर्जों पर निगरानी के लिए बनेगी एजेंसी

देश की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) को लेकर लगातार कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने दस बैंकों का विलय कर चार बैंक बनाए जाने की घोषणा की। इस दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के लिए प्रयास कर रही है। बैंकिंग सेक्टर को लेकर लोगों के हित में फैसले लिए जा रहे हैं। अब तक तीन लाख फर्जी कंपनियों को बंद कर दिया गया है। बड़े कर्जों पर निगरानी के लिए एजेंसी का गठन किया जाएगा, जोकि 250 करोड़ से बड़े कर्जों पर निगरानी रखेगी। इसके अलावा 10 बैंकों का विलय कर 4 बैंक बनाए गए हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इकोनॉमी के लिए काम जारी है। हम 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की तरफ बढ़ रहे हैं।
#WATCH live from Delhi: Finance Minister Nirmala Sitharaman addresses the media https://t.co/aoZpd0Cd05
— ANI (@ANI) August 30, 2019
वहीं दूसरी तरफ भगोड़ों की संपत्ति पर सख्त संदेश देते हुए कहा कि उन पर कार्रवाई जारी है। सरकार ने कम वक्त में ज्यादा लोन रिकवरी की है और इसका एक रिकॉर्ड भी कायम हुआ है। सार्वजनिक क्षेत्र के 18 बैंकों में से 14 लाभ कमाने की स्थिति में हैं।
इन इन बैंकों का हुआ विलय
पहला बैंक: पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक का विलय
दूसरा बैंक: केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का विलय
तीसरा बैंक: यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का विलय
चौथा बैंक: इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक का विलय
10 बैंकों के विलय के बाद बचे 12 पीएसयू
दस बैंकों के बाद देश में अब सिर्फ 12 पीएसयू बैंक बचे हैं। जबकि 2017 में देश में 27 सरकारी बैंक संचालित हो रहे थे। दस बैंकों का विलय अब किया गया है।
ये आया है असर
1. एनपीए में गिरवाट आयी है। एनपीए .75 लाख करोड़ कम होकर 7.90 लाख करोड़ रह गया है।
2. सभी बैंक का कारोबार 55 लाख करोड़ रुपये का होगा।
3. कर्मचारियों की छंटनी नहीं की जाएगी।
4. पीएनबी देश का दूसरा बड़ा बैंक बन गया है। पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक के विलय से कारोबार 17.95 लाख करोड़ होगा।
एक हफ्ते पहले भी की थी घोषणाएं
बता दें कि एक हफ्ते पहले 23 अगस्त को भी वित्त मंत्री ने अर्थव्यवस्था को गति के लिए ऐलान किया था। 23 अगस्त को एफएम सीतारमण ने बीमार भारतीय अर्थव्यवस्था को स्वस्थ्य करने के लिए कई उपायों की घोषणा की थी। इन कदमों में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को 70,000 करोड़ रुपये का अपफ्रंट रिलीज, ऑटो सेक्टर में सुस्ती को दूर करने के उपाय, करों के अनुपालन में सुधार और एमएसएमई और इंडिया इंक की मदद शामिल है।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS