Jack Dorsey के दावों के बाद केंद्र पर भड़का विपक्ष, सरकार से पूछे ये बड़े सवाल

Jack Dorsey के दावों के बाद केंद्र पर भड़का विपक्ष, सरकार से पूछे ये बड़े सवाल
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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी (Jack Dorsey) कहा कि कृषि कानूनों (Farmers Law) के खिलाफ भारत में हुए विरोध प्रदर्शन के वक्त सरकार की आलोचना करने वाले कई ट्विटर (Twitter) खातों को बैन करने का आग्रह किया गया था। इसके बाद विपक्षी दलों की तरफ से केंद्र सरकार से कई सवाल पूछे गए हैं। पढ़िये रिपोर्ट...

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी (Jack Dorsey) ने एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों (Farmers Law) के खिलाफ भारत में हुए विरोध प्रदर्शन के वक्त सरकार का विरोध और आलोचना करने वाले कई ट्विटर (Twitter) खातों को बैन करने के लिए अधिकारियों की तरफ से निर्देश दिया गया था। इसके बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई है। कांग्रेस पार्टी (Congress) समेत कई विपक्षी दल केंद्र सरकार (Central Government) पर निशाना साध रहे हैं। विपक्षी दलों की तरफ से कहा जा रहा है कि किसानों का समर्थन करने वालों की आवाजों को दबाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को एक अलग ही रूप में पेश किया गया।

कांग्रेस ने केंद्र से पूछे कई सवाल

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने जैक डोर्सी के दावों के बाद केंद्र सरकार से कई सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार (Modi Government) ने ट्विटर को मजबूर किया, किसान और किसान आंदोलन को कवर कर रहे लोगों के ट्विटर अकाउंट (Twitter Account) को बंद करने का आग्रह किया। सरकार की आलोचना करने वाले पत्रकारों के खातों को बंद किया। इस पर मोदी सरकार को जवाब देना चाहिए।

भारत के 'दबाव' पर ट्विटर के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ जैक डोर्सी (Jack Dorsey) के दावे पर उद्धव ठाकरे गुट के नेता और सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने भी केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि मैंने देखा है कि कैसे देश का लोकतंत्र और आजादी खतरे में है। साथ ही, कहा कि पर्दे के पीछे लोकतंत्र का गला दबाया जा रहा है। किसान आदोंलन पर जैक डोर्सी के दावों से यह बात साफ हो जाती है। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने विपक्ष को चुप कराने की कोशिश की और किसानों का समर्थन करने वालों की आवाजों को दबाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया।

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राकेश टिकैत ने दी प्रतिक्रिया

इसी कड़ी में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मुझे भी इस बात का संदेह था। आज ट्विटर के पूर्व सीईओ ने इस बात की पुष्टि भी कर दी है। टिकैत बोले कि उन्होंने बहुत सही बात कही है, हम भी देखते थे कि ट्विटर और फेसबुक पर उतनी पहुच नहीं होती थी, जितनी होनी चाहिए थी। उन्होंने आज दबाव बनाने वाली बात कही है, ये बात बिल्कुल सही है।

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