गणपतराव देशमुख का निधन, 11 बार महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुने गए थे- जानें इनके बारे में

पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी (पीडब्ल्यूपी) के वरिष्ठ नेता गणपतराव देशमुख का बीती एक निजी अस्पताल में निधन हो गया है। वह 95 साल के थे। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक, वह लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे। बीती रात एक प्राइवेट अस्पताल में उनका निधन हो गया। गणपतराव देशमुख के निधन पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, देशमुख और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने समेत कई अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
बता दें कि पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी (पीडब्ल्यूपी) के वरिष्ठ नेता गणपतराव देशमुख भारत के दूसरे सबसे लंबे समय तक विधायक रहे हैं। जानकारी के अनुसार, देशमुख नम्रता और सरलता के प्रतीक रहे हैं। वह 1962 के बाद से सांगोले सीट से 11 बार महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुने गए थे। देशमुख केबल दो ही बार चुनाव हारे हैं। देशमुख पहली बार 1972 और दूसरी बार 1995 में चुनाव हारे हैं। 1995 में देशमुख को अपने पोते से हार का सामना करना पड़ा था। जीत का अंतर मामूली ही था।
गणपतराव देशमुख ने 1978 में कुछ समय के लिए मंत्री के रूप में कार्य किया, जब शरद पवार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे। साल 2019 में देशमुख ने एक्टिव राजनीति से संन्यास लेने का फैसला किया था। जानकारी के लिए आपको बता दें कि तमिलनाडु के दिवंगत मुख्यमंत्री और डीएमके सुप्रीमो एम. करुणानिधि सबसे लंबे समय तक विधायक रहे थे।
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